चीन-लैटिन अमेरिका सहयोग पर अमेरिकी अधिकारी के कथन और यूएस में थाईवानी नेता के "पारगमन" पर चीन की प्रतिक्रिया

2024-11-15 18:46:18

चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन च्येन ने 15 नवंबर को पेइचिंग में आयोजित एक नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस में अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी द्वारा चीन-लैटिन अमेरिका सहयोग पर की गई टिप्पणी की चर्चा करते हुए कहा कि चीन हमेशा आपसी सम्मान, समानता और पारस्परिक लाभ, खुलेपन व समावेशिता, सहयोग और उभय जीत वाले सिद्धांतों का पालन करते हुए लैटिन अमेरिकी देशों के साथ मैत्रीपूर्ण और सहयोगात्मक संबंध विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसमें कोई शर्त नहीं है, और किसी तीसरे पक्ष को निशाना नहीं बनाया गया है। साथ ही, प्रभाव के लिए किसी देश के साथ प्रतिस्पर्धा करने का कोई इरादा नहीं है।

उन्होंने कहा कि संप्रभु और स्वतंत्र देशों के रूप में, लैटिन अमेरिकी देशों के पास अपने विकास पथ और साझेदार चुनने का अधिकार और क्षमता है। चीन-लैटिन अमेरिका सहयोग ने क्षेत्रीय देशों के आर्थिक और सामाजिक विकास में ठोस लाभ लाया है और क्षेत्रीय देशों द्वारा इसका व्यापक रूप से स्वागत और मान्यता प्राप्त है।

उधर, संयुक्त राज्य अमेरिका में थाईवानी नेता लाइ छिंगते के तथाकथित "पारगमन" मुद्दे के संबंध में लिन च्येन ने कहा कि चीन हमेशा से ही अमेरिका द्वारा इस तरह के "पारगमन" की व्यवस्था करने का कड़ा विरोध करता रहा है और उसने अमेरिका से आग्रह किया है कि वह लाई छिंगते को "पारगमन" की अनुमति न दे। "थाईवान स्वतंत्रता" शक्ति को कोई गलत संकेत नहीं भेजे, और चीन-अमेरिका संबंधों और थाईवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता की रक्षा के लिए व्यावहारिक कार्रवाई करे।

(श्याओ थांग)

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