सीजीटीएन सर्वे: जलवायु परिवर्तन के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को ठोस कार्रवाई करने की आवश्यकता
दुनिया में जलवायु परिवर्तन तेजी से हो रहा है। जलवायु शासन में अधिक महत्वाकांक्षा और कार्रवाई की जरूरत है। चाइना मीडिया ग्रुप (सीएमजी) के अधिनस्थ सीजीटीएन ने हाल में 38 देशों के 7,658 नेटिजनों में एक सर्वेक्षण किया। इसमें शामिल 90.3 प्रतिशत उत्तरदाताओं का मानना है कि जलवायु परिवर्तन के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को सहमति इकट्ठा कर ज्यादा ठोस कार्रवाई करने की आवश्यकता है।
आंकड़ों के अनुसार सर्वेक्षण में शामिल 90.4 प्रतिशत नेटिजनों ने कहा कि हाल के वर्षों में वैश्विक चरम मौसम होने की दर तेजी से बढ़ी। 87.3 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि चरम मौसम होने से जाहिर है कि वैश्विक जलवायु तेज़ी से बिगड़ रही है। वहीं, 89.8 फीसदी लोग जलवायु शासन पर ध्यान देते हैं।
सर्वेक्षण में शामिल 87 प्रतिशत नेटिजनों का मानना है कि देशों के बीच सहयोग मजबूत करने से विश्व जलवायु शासन और कारगकर होगा। 80.8 प्रतिशत विकासशील देशों के उत्तरदाता पर्यावरण के अनुकूल उत्पादों के लिये अतिरिक्त भुगतान करना चाहते हैं, जो विकसित देशों के उत्तरदाताओं की तुलना में 26.5 प्रतिशत अंक अधिक है।
सर्वेक्षण में शामिल 75.3 प्रतिशत नेटिजनों का मानना है कि विश्व जलवायु शासन में विकसित देशों की ईमानदारी और कार्रवाई का अभाव है। इससे विश्व सहयोग की गति धीमी रही। वहीं, 89.8 प्रतिशत उत्तरदाताओं ने कहा कि मानव जनित जलवायु परिवर्तन संकट पर विकसित देश अपरिहार्य ऐतिहासिक और नैतिक जिम्मेदारी निभाते हैं।
गौरतलब है कि अमेरिका, जर्मनी और जापान आदि विकसित देशों के उत्तरदाताओं के साथ अर्जेंटीना, भारत और केन्या आदि विकासशील देशों के उत्तरदाताओं ने भी इस सर्वेक्षण में भाग लिया।
(ललिता)