पेरू और ब्राजील के साथ सम्बंधों के विकास को बढ़ावा देना चाहता है चीन: चीनी विदेश मंत्रालय
चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता ने 8 नवंबर को आयोजित नियमित संवाददाता सम्मेलन में राष्ट्रपति शी चिनफिंग को पेरू और ब्राजील की उनकी आगामी राजकीय यात्राओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने यह विश्वास प्रकट किया कि राष्ट्रपति शी चिनफिंग की यात्रा चीन और पेरू के बीच सर्वांगीण रणनीतिक साझेदारी सम्बंध के विकास में और अधिक सकारात्मक परिणाम प्राप्त करेगी, चीन और ब्राजील के बीच सम्बंधों की रणनीतिक, नवोन्मेषी और अग्रणी स्वभाव को बढ़ाएगी।
शी चिनफिंग की पेरू की अपनी यात्रा के बारे में चीनी प्रवक्ता ने कहा कि पेरू लैटिन अमेरिका का एक महत्वपूर्ण देश है और चीन ने पेरू के साथ सर्वांगीण रणनीतिक साझेदारी सम्बंध स्थापित किया है। 53 साल पहले राजनयिक सम्बंधों की स्थापना के बाद से, दोनों देशों के बीच आपसी राजनीतिक विश्वास लगातार मजबूत हुआ है, "बेल्ट एंड रोड" के संयुक्त निर्माण में सहयोग फलदायी रहा है और लोगों के बीच सांस्कृतिक आदान-प्रदान अधिक हो गए हैं, जिससे दोनों देशों की जनता को ठोस लाभ मिला। पिछले साल से राष्ट्रपति शी चिनफिंग और राष्ट्रपति दीना बोलुआर्टे दो बार मिल चुके हैं, जिसने चीन-पेरू सम्बंधों के विकास के लिए एक नया खाका तैयार किया गया। यह यात्रा राष्ट्रपति शी चिनफिंग की आठ वर्षों के बाद पेरू की दूसरी यात्रा है। विश्वास है कि राष्ट्रपति शी चिनफिंग की यात्रा चीन और पेरू के बीच आपसी राजनीतिक विश्वास को और मजबूत करेगी, विभिन्न क्षेत्रों में व्यावहारिक सहयोग को गहरा करेगी और चीन और पेरू के बीच सर्वांगीण रणनीतिक साझेदारी सम्बंध के विकास में और अधिक सकारात्मक परिणाम प्राप्त करेगी।
शी चिनफिंग की ब्राजील की अपनी यात्रा के बारे में चीनी प्रवक्ता ने कहा कि इस वर्ष चीन और ब्राजील के बीच राजनयिक सम्बंधों की स्थापना की 50वीं वर्षगांठ है। पिछली आधी शताब्दी में, चीन-ब्राजील सम्बंधों ने विभिन्न क्षेत्रों में व्यावहारिक सहयोग के फलदायी परिणामों के साथ स्वस्थ और स्थिर विकास बनाए रखा है, जो प्रमुख विकासशील देशों के लिए एकजुट होने, सहयोग करने और एक साथ विकास करने का एक मॉडल बन गया है। यह यात्रा राष्ट्रपति शी चिनफिंग की पांच वर्षों के बाद एक बार फिर ब्राजील की यात्रा होगी। राष्ट्रपति शी चिनफिंग राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला डी सिल्वा के साथ वार्ता करेंगे। वे द्विपक्षीय सम्बंधों और समान रुचि वाले अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों पर गहन रूप से विचारों का आदान-प्रदान करेंगे।
(वनिता)