शी चिनफिंग ने ब्रिक्स नेताओं की 16वीं बैठक में भाग लिया और भाषण दिया
स्थानीय समयानुसार 23 अक्तूबर की सुबह, ब्रिक्स नेताओं की 16वीं बैठक कज़ान कन्वेंशन और प्रदर्शनी केंद्र में आयोजित की गई। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बैठक की मेजबानी की। इस बैठक में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग, ब्राजील के राष्ट्रपति लुइस इनासियो लूला दा सिल्वा (ऑनलाइन), मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल फतह अल सीसी, इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमत अली, भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, ईरानी राष्ट्रपति मसूद पेज़ेशकियन, दक्षिण अफ़्रीकी राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा और संयुक्त अरब अमीरात के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान आदि ने भाग लिया।
शी चिनफिंग ने सबसे पहले एक छोटे पैमाने वाली बैठक में भाग लिया। उन्होंने ब्रिक्स परिवार में शामिल होने वाले नए सदस्यों का स्वागत किया और कई देशों को ब्रिक्स भागीदार बनने के लिए आमंत्रित किया। शी चिनफिंग ने बताया कि ब्रिक्स सदस्यता का विस्तार ब्रिक्स विकास के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर और अंतर्राष्ट्रीय परिदृश्य के विकास में एक ऐतिहासिक घटना है। ब्रिक्स देश अपने सामान्य लक्ष्य के आधार पर और विश्व शांति और विकास की सामान्य प्रवृत्ति के अनुरूप एक साथ आते हैं। ब्रिक्स देशों को ऐतिहासिक अवसर का लाभ उठाना चाहिए, खुलेपन, समावेशिता और समान जीत सहयोग के मूल मिशन का पालन करना चाहिए, ब्रिक्स देशों के सामान्य हितों की रक्षा करनी चाहिए, ब्रिक्स देशों के बीच एकता और आत्म-शक्ति को बढ़ावा देना चाहिए, और ग्लोबल साउथ में एकता और सहयोग को बढ़ावा देने के लिए ब्रिक्स को एक प्रमुख चैनल और वैश्विक शासन में बदलाव को बढ़ावा देने में एक अग्रणी शक्ति बनाना चाहिए।
शी चिनफिंग ने इस बात पर जोर दिया कि दुनिया जितनी अधिक अशांत होगी, उतना ही हमें शांति, विकास, सहयोग और समान-जीत का झंडा ऊंचा रखना होगा। हमें शांति के लिए बोलने और एक नई प्रकार की सुरक्षा की वकालत करने की ज़रूरत है जिसमें टकराव के बजाय बातचीत और गठबंधन के बजाय साझेदारी शामिल हो। हमें विकास के रास्ते पर आगे बढ़ने के लिए मिलकर काम करना चाहिए, समावेशी आर्थिक वैश्वीकरण की वकालत करनी चाहिए और आम विकास के रास्ते पर आगे बढ़ाना चाहिए। साथ ही हमें सहयोग के लिए एक ठोस आधार तैयार करना चाहिए, कृषि, ऊर्जा, खनिज और अर्थव्यवस्था और व्यापार जैसे पारंपरिक क्षेत्रों में सहयोग को गहरा करना चाहिये, हरित और निम्न-कार्बन और कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसे उभरते क्षेत्रों में सहयोग का विस्तार करना और व्यापार, निवेश और वित्तीय सुरक्षा को बनाए रखना चाहिए।
चंद्रिमा