ब्रिक्स सहयोग तंत्र के विकास और वृद्धि के लिए चीन एक महत्वपूर्ण प्रेरक शक्ति है: मिस्र के वरिष्ठ अधिकारी
हाल ही में मिस्र की राजधानी काहिरा में शिन्हुआ न्यूज़ एजेंसी के एक रिपोर्टर के साथ एक विशेष साक्षात्कार में, मिस्र के विदेश मामलों की परिषद के निदेशक इज़्ज़त साद ने कहा कि चीन ब्रिक्स सहयोग तंत्र के विकास और वृद्धि के लिए एक महत्वपूर्ण प्रेरक शक्ति है।
साद ने कहा कि 2017 में, चीन ने ब्रिक्स देशों और अन्य उभरते बाजारों तथा विकासशील देशों के बीच सहयोग को मजबूत करने के लिए "ब्रिक्स+" सहयोग अवधारणा का प्रस्ताव रखा। इस वर्ष जनवरी में, "ब्रिक्स परिवार" ने एक ऐतिहासिक विस्तार हासिल किया, और कई अन्य देशों ने ब्रिक्स सहयोग तंत्र में शामिल होने का इरादा भी व्यक्त किया।
उनका मानना है कि ब्रिक्स सहयोग तंत्र अधिक से अधिक आकर्षक होता जा रहा है, मुख्यतः इस तथ्य के कारण कि प्रमुख ब्रिक्स सदस्य देश विश्वसनीय भागीदार हैं। उन्होंने कहा कि लोगों का मानना है कि चीन विकासशील देशों और उभरते बाजारों के लिए एक सच्ची और विश्वसनीय आवाज का प्रतिनिधित्व करता है।
उन्होंने यह कहा कि मिस्र के ब्रिक्स का औपचारिक सदस्य बनने से पहले उसे ब्रिक्स के साथ द्विपक्षीय और बहुपक्षीय सहयोग से बहुत फायदा हुआ था, जिसमें नव विकास बैंक में शामिल होना और चीन, रूस और भारत के साथ कई क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाना शामिल था।
22 से 24 अक्टूबर तक, रूस में ब्रिक्स नेताओं की 16वीं बैठक आयोजित हो रही है, उन्होंने बताया कि ब्रिक्स देश वैश्विक आर्थिक व्यवस्था में तेजी से महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। वह इस बैठक में महत्वपूर्ण मुद्दों पर चीन के प्रस्तावों और विचारों को देखने के लिए उत्सुक हैं और उन्हें उम्मीद है कि इस बैठक से महत्वपूर्ण परिणाम प्राप्त होंगे।
(आलिया)