"ग्लोबल डिजिटल कॉम्पैक्ट" के कार्यान्वयन में तेजी लाने का समर्थक है चीन
3 अक्टूबर को, सामाजिक विकास के मुद्दे पर चर्चा करने के लिये संयुक्त राष्ट्र महासभा की तीसरी समिति ने सामान्य बहस आयोजित की। इसके दौरान, संयुक्त राष्ट्र में चीन के उप स्थायी प्रतिनिधि ताई पिंग ने अपने भाषण में कहा कि चीन "ग्लोबल डिजिटल कॉम्पैक्ट" के कार्यान्वयन में तेजी लाने का समर्थन करता है। उन्होंने सभी देशों से "ग्लोबल साउथ" में प्रौद्योगिकी हस्तांतरण और क्षमता निर्माण सहायता प्रदान करने के प्रयासों को आगे बढ़ाने की अपील की। उनका मानना है कि दिन प्रति दिन बढ़ती हुई डिजिटल खाई को पाटा जाना चाहिये।
ताई पिंग ने कहा कि वर्तमान में विश्व सामाजिक विकास पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया गया है और इससे सम्बंधित निवेश भी गंभीर रूप से अपर्याप्त है। यह सामाजिक विकास प्रक्रिया में गंभीर अंतराल का मूल कारण है। संयुक्त राष्ट्र भविष्य शिखर सम्मेलन द्वारा पारित किए गए "फ्यूचर कॉम्पैक्ट" में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि सतत् विकास हमेशा बहुपक्षवाद का प्रमुख लक्ष्य होगा।
ताई पिंग ने आगे कहा कि चीन राजनीतिक प्रतिबद्धताओं को ठोस कार्रवाइयों में बदलने का आह्वान करता है, ताकि सामाजिक विकास को फिर से पटरी पर लाया जा सके। साथ ही, चीन अगले वर्ष कतर में आयोजित होने वाले विश्व सामाजिक शिखर सम्मेलन का समर्थन करता है। आशा है कि शिखर सम्मेलन गरीबी उन्मूलन, पूर्ण रोजगार और सामाजिक समावेश पर ध्यान केंद्रित करते हुए महत्वाकांक्षी परिणाम प्राप्त करेगा।
ताई पिंग ने इस पर ज़ोर देते हुए कहा कि चीनी शैली का आधुनिकीकरण एक ऐसी आधुनिकीकरण प्रक्रिया है जिससे दुनिया को लाभ मिलता है। चीन हमेशा से वैश्विक विकास का समर्थक, भागीदार और योगदानकर्ता रहा है, और सदैव वैश्विक विकास पहल और "बेल्ट एंड रोड" पहल के संयुक्त निर्माण के ढांचे के तहत "ग्लोबल साउथ" के देशों के सामाजिक विकास के लिये अपनी सहायता देता है।
(रमेश शर्मा)