चीन ने सुरक्षा परिषद से लेबनान-इज़रायल में जारी जंग को रोकने के लिये तत्काल कार्रवाई का आग्रह किया
2 अक्टूबर को, संयुक्त राष्ट्र के सुरक्षा परिषद ने लेबनान-इज़रायल में जारी जंग को लेकर एक आपातकालीन बैठक बुलायी। जिसके अवसर पर संयुक्त राष्ट्र में चीन के स्थायी प्रतिनिधि फू थ्सोंग ने कहा कि मौजूदा हालात में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को तत्काल कार्रवाई करने की जरूरत है।
फू थ्सोंग के अनुसार, सुरक्षा परिषद के सभी सदस्यों को एकजुट होकर स्पष्ट आग्रह और मांगें रखनी चाहिए। गाजा पट्टी में तुरंत युद्धविराम लागू किया जाना चाहिए, साथ ही लेबनान-इज़रायल में जारी जंग को ज़ल्दी से कम करने के लिये कदम उठाने चाहिए और हिंसा के चक्र को रोकने की आवश्यक्ता है। इसके अलावा, युद्ध के फैलने से रोकने के लिये सभी प्रयास किए जाने चाहिए। सम्बंधित पक्षों को राजनीतिक और कूटनीतिक समाधान की राह पर वापस धकेला जाना चाहिए।
फू थ्सोंग ने इस बात पर जोर दिया कि चीन मौजूदा गंभीर स्थिति और भविष्य में विकास की संभावनाओं को लेकर बेहद चिंतित है। चीन सभी देशों की संप्रभुता, सुरक्षा और प्रादेशिक अखंडता के लिए प्रभावी सम्मान का आह्वान करता है। चीन अंतर्राष्ट्रीय सम्बंधों के मानदंडों का उल्लंघन करने वाले सभी व्यवहारों के प्रति अपना विरोध दोहराता है। साथ ही, चीन आम नागरिकों के खिलाफ़ सभी हिंसक हमलों की निंदा करता है। चीन संयुक्त राष्ट्र के रुख से सहमत है कि इज़रायल की कोई भी लेबनानी सीमा पार कार्रवाई लेबनानी संप्रभुता और प्रादेशिक अखंडता का उल्लंघन करता है, साथ ही, ये कार्रवाइयां सुरक्षा परिषद संकल्प 1701 के प्रावधानों का उल्लंघन करती हैं।
फू थ्सोंग ने आगे कहा कि पिछले साल अक्टूबर से मध्य पूर्व में युद्ध और संघर्ष लगातार फैल रहे हैं। इज़रायल ने तत्काल युद्धविराम के लिए अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के आह्वान को नज़रअंदाज करते हुए अपनी सैन्य कार्रवाईयों को आगे बढ़ाने पर जोर दिया है, जो मध्य पूर्व को लगातार बढ़ते संघर्ष की ओर ले जा रहा है। चीन सभी पक्षों, विशेष रूप से इज़रायल से आग्रह करता है कि वे संयम बरतें और ऐसी कोई भी कार्रवाई करने से बचें जो क्षेत्रीय स्थिति को और खराब किया जा सकती है।
(रमेश शर्मा)