वांग यी ने अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से मुलाकात की
27 सितंबर को चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान अमेरिकी विदेश मंत्री एंटोनी ब्लिंकन से मुलाकात की।
वांग यी ने कहा कि दोनों राष्ट्राध्यक्षों के रणनीतिक मार्गदर्शन में, चीन-अमेरिका संबंध में प्रगति हुई और इसे संजोया जाना चाहिए। यह दोनों देशों के लोगों के हितों के अनुरूप है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की अपेक्षाओं के अनुरूप भी है। क्या यह रुझान जारी रहेगा है, जो दोनों पक्षों के प्रयासों पर निर्भर करता है। अमेरिका हमेशा चीन के साथ "दो चेहरों" वाला व्यवहार नहीं कर सकता है। एक तरफ, वह बेईमानी से चीन को रोकता है और दबाता है, जबकि दूसरी तरफ, चीन के साथ संवाद व सहयोग करता है जैसे कि कुछ हुआ ही नहीं है। चूंकि अमेरिका ने बार-बार कहा था कि उसका चीन के साथ संघर्ष करने का कोई इरादा नहीं है, इसलिए उसे जमीनी स्तर से चीन के बारे में तर्कसंगत समझ स्थापित करनी चाहिए, चीन के साथ व्यवहार का सही तरीका बनाना चाहिए, सम्मान व सहयोग की भावना से चीन के साथ संवाद व सहयोग बढ़ाना चाहिए।
वांग यी ने इस बात पर जोर दिया कि थाइवान जलडमरूमध्य में मौजूदा स्थिति के लिए सबसे बड़ा खतरा सक्रिय हो रही "थाइवान स्वतंत्रता" की कार्रवाई है। "थाइवान स्वतंत्रता" और थाइवान जलडमरूमध्य में शांति असंगत हैं। यदि अमेरिका ईमानदारी से थाइवान जलडमरूमध्य में शांति और स्थिरता की आशा करता है, तो उसे एक-चीन सिद्धांत का पालन करना चाहिए, तीन संयुक्त विज्ञप्तियों को लागू करना चाहिए, थाइवान को हथियार देना बंद करना चाहिए, खुले तौर पर "थाइवान स्वतंत्रता" का विरोध करना चाहिए, और चीन के शांतिपूर्ण पुनर्मिलन का समर्थन करना चाहिए।
दोनों पक्ष इस बात पर सहमत हुए कि बैठक स्पष्ट और ठोस थी, चीन और अमेरिका को दीर्घकालिक शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व खोजने की आवश्यकता है। दोनों पक्ष सैन फ्रांसिस्को में दोनों राष्ट्राध्यक्षों द्वारा संपन्न महत्वपूर्ण सहमति को लागू करना जारी रखेंगे, संवाद और सहयोग करेंगे, मतभेदों को उचित रूप से प्रबंधित करेंगे और द्विपक्षीय संबंधों के स्थिर, स्वस्थ और सतत विकास के लिए प्रयास करेंगे।
(मीनू)