यूक्रेन संकट पर "शांति के मित्र" समूह संयुक्त राष्ट्र में स्थापित
27 सितंबर को यूक्रेन संकट पर "शांति के मित्र" समूह की मंत्रिस्तरीय बैठक न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में आयोजित की गई। चीनी विदेश मंत्री वांग यी, ब्राजील के विदेश मंत्री मौरो विएरा और राष्ट्रपति के मुख्य विशेष सलाहकार एमोरिम ने बैठक की सह-अध्यक्षता की। मिस्र के विदेश मंत्री बदर अब्दुल आती, इंडोनेशियाई विदेश मंत्री रेटनो मार्सुडी, दक्षिण अफ़्रीकी अंतर्राष्ट्रीय संबंध और सहयोग मंत्री रोनाल्ड लामोला, मेक्सिको की विदेश मंत्री एलिसिया बार्सेना, और ज़ाम्बिया के विदेश मामलों व अंतर्राष्ट्रीय सहयोग मंत्री मुलम्बो
हैम्बे सहित 17 "वैश्विक दक्षिण" देशों के प्रतिनिधियों ने इस बैठक में भाग लिया।
वांग यी ने कहा, हम यहां केवल एक ही उद्देश्य के लिए एकत्र हुए हैं, जो है शांति की तलाश। यूक्रेन संकट अपने तीसरे साल में प्रवेश कर गया है। और युद्ध अभी भी फैल रहा है, बाहर फैलने का खतरा बढ़ रहा है, शांति की रोशनी अभी तक सामने नहीं आई है और स्थिति का विकास चिंताजनक है। इस बैठक का मूल उद्देश्य अधिक ताकतों को एकजुट करना, अधिक मजबूत आवाजें इकट्ठा करना, और युद्धविराम को बढ़ावा देने व युद्ध को समाप्त करने और स्थायी शांति प्राप्त करने के लिए "वैश्विक दक्षिण" देशों के प्रयास करना है।
वांग यी ने बताया कि चीन हमेशा यूक्रेन मुद्दे पर उद्देश्यपूर्ण और निष्पक्ष रुख बरकरार रखता है, हमेशा शांति और वार्ता को बढ़ावा देने पर जोर देता है और हमेशा शांति के पक्ष में खड़ा रहता है। चीन ने "यूक्रेन संकट के राजनीतिक समाधान पर चीन का रुख" दस्तावेज़ जारी किया और शटल कूटनीति को आगे बढ़ाने के लिए विशेष दूत भेजे। चीन ने ब्राजील के साथ संयुक्त रूप से "छह सूत्रीय सहमति" भी जारी की। चीन के प्रस्तावों और मध्यस्थता प्रयासों को अंतर्राष्ट्रीय समुदाय, विशेषकर "वैश्विक दक्षिण" के देशों से व्यापक प्रतिक्रिया मिली है।
(मीनू)