वांग यी ने सुरक्षा परिषद के उच्च स्तरीय सम्मेलन में भाग लिया
चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने 25 सितंबर को न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में "शांति के लिए अग्रणी शक्ति का प्रदर्शन" विषय पर सुरक्षा परिषद के उच्च स्तरीय सम्मेलन में भाग लिया और भाषण दिया।
वांग यी ने कहा कि शांति हमेशा से ही मानव समाज की सबसे बड़ी उम्मीद रही है। दुनिया आज भी शांतिपूर्ण नहीं है, और अंतरराष्ट्रीय शांति को अभी भी एक लंबा रास्ता तय करना है। फिलिस्तीन-इज़राइल संघर्ष लगातार तनावपूर्ण होता जा रहा है, और यूक्रेन संकट भी बढ़ रहा है। शीत युद्ध की मानसिकता फिर से उभर आई है, और विश्व विभाजन का खतरा और भी बढ़ गया है। वैश्विक विकास को झटका लगा है, और उभरती हुई प्रौद्योगिकियों का बार-बार दुरुपयोग किया गया है।
वांग यी ने बताया कि शांति के लिए हमें सही सुरक्षा अवधारणा को बनाए रखना चाहिए। चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने वैश्विक सुरक्षा पहल का प्रस्ताव रखा, जो सुरक्षा घाटे को हल करने और स्थायी शांति बनाने के लिए मौलिक मार्गदर्शन प्रदान करता है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, हमें संयुक्त राष्ट्र चार्टर के उद्देश्यों और सिद्धांतों का पालन करना चाहिए, सभी देशों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करना चाहिए, शीत युद्ध की मानसिकता और शून्य-योग खेल को त्यागना चाहिए और गुटीय राजनीति और टकराव का विरोध करना चाहिए। कृत्रिम बुद्धिमत्ता और नेटवर्क डिजिटलीकरण जैसी नई सुरक्षा चुनौतियों से निपटने के लिए सहयोग करना, एक सामान्य, व्यापक, सहकारी और टिकाऊ सुरक्षा अवधारणा का अभ्यास करना और समय के साथ वैश्विक सुरक्षा शासन प्रणाली में सुधार करना आवश्यक है।
वांग यी ने कहा कि चीन शांति और सुरक्षा के मुद्दों पर दुनिया में सबसे अच्छा रिकॉर्ड रखने वाला एक प्रमुख देश है और यह एकमात्र प्रमुख देश भी है जिसने अपने संविधान में शांतिपूर्ण विकास के मार्ग पर चलने के लिए लिखा है। चीन ने हमेशा व्यावहारिक कार्यों के माध्यम से विश्व शांति बनाए रखने में योगदान दिया है। इस वर्ष शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व के पांच सिद्धांतों के प्रकाशन की 70वीं वर्षगांठ है। चीन शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व की भावना के पांच सिद्धांतों को आगे बढ़ाने और संयुक्त रूप से स्थायी शांति और सार्वभौमिक सुरक्षा की एक सुंदर दुनिया बनाने के लिए विभिन्न देशों के साथ काम करने को तैयार है।
(मीनू)