केंद्र सरकार की अल्पसंख्यक जातीय विकास निधि शीत्सांग और शिनच्यांग के विकास को बढ़ावा देती है
चीन के भीतरी इलाकों द्वारा शीत्सांग (तिब्बत) स्वायत्त प्रदेश और शिनच्यांग उइगुर स्वायत्त प्रदेश को दिए समकक्ष समर्थन पर राष्ट्रीय जातीय मामलों के आयोग प्रणाली का कार्य सम्मेलन 19 सितंबर को आयोजित हुआ, जिससे पता चला कि यह आयोग प्रणाली केंद्र सरकार की अल्पसंख्यक जातीय विकास निधि कोष जैसे वाले विभिन्न प्रकार के कोषों में निवेश को लगातार बढ़ाती है, जिससे शीत्सांग और शिनच्यांग में सीमावर्ती क्षेत्रों की समृद्धि, बुनियादी ढांचे निर्माण, औद्योगिक विकास, सामंजस्यपूर्ण गांव निर्माण, लोगों के रहन-सहन माहौल में सुधार, किसानों और चरवाहों के कौशल का प्रशिक्षण आदि क्षेत्रों को समर्थन मिला है, स्थानीय उत्पादन और जीवन स्तर में लगातार सुधार हुआ है।
विभिन्न जातीय समूहों के बीच आदान-प्रदान और एकीकरण को बढ़ावा देने के संदर्भ में, राष्ट्रीय जातीय मामलों के आयोग प्रणाली ने "सभी जातीय समूहों के युवाओं के लिए विनिमय योजना" और "पर्यटन के माध्यम से सभी जातीय समूहों के बीच आदान-प्रदान और एकीकरण के संवर्धन की योजना" को गहराई से लागू किया है, जिन कदमों से देश भर में सभी जातीय समूहों के लोगों को एक साथ रहने, एक साथ काम करने, एक साथ निर्माण करने और साझा करने के माहौल को बढ़ावा मिला है।
वहीं, जातीय कार्य कर्मचारियों की टीम वाले निर्माण के समर्थन के संदर्भ में, पिछले पांच वर्षों में, राष्ट्रीय जातीय मामलों के आयोग और संबंधित प्रांतीय एवं नगरपालिका जातीय कार्य विभागों ने शीत्सांग और शिनच्यांग में लगभग 5,300 कर्मचारियों और प्रतिभाओं को प्रशिक्षित करने में मदद की है। इसके साथ ही, शीत्सांग और शिनच्यांग के जातीय कार्य विभागों में लगभग 7,500 कर्मचारियों के लिए आदान-प्रदान गतिविधियों का आयोजन किया। भीतरी इलाके के प्रांतों और शहरों के कर्मचारियों और शीत्सांग व शिनच्यांग के 1,900 कर्मचारियों के बीच दो-तरफ़ा आदान-प्रदान को बढ़ावा दिया। इन उपायों से शीत्सांग और शिनच्यांग दोनों क्षेत्रों के विकास के लिए बौद्धिक समर्थन मिला है।
(श्याओ थांग)