चीन और जापान फुकुशिमा दाइची परमाणु ऊर्जा संयंत्र से परमाणु दूषित पानी को समुद्र में छोड़ने के मुद्दे पर आम सहमति पर पहुंचे
24 अगस्त, 2023 को, जापानी सरकार ने एकतरफा रूप से फुकुशिमा दाइची परमाणु ऊर्जा संयंत्र से परमाणु-दूषित पानी को समुद्र में छोड़ना शुरू किया। सबसे महत्वपूर्ण हितधारक देशों में से एक के रूप में चीन ने इस गैर-जिम्मेदाराना प्रथा का दृढ़ता से विरोध किया। साथ ही,चीन जापान से घरेलू और विदेशी चिंताओं पर गंभीरता से प्रतिक्रिया देने, ईमानदारी से अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने, हितधारक देशों की पर्याप्त भागीदारी के साथ एक स्वतंत्र, प्रभावी और दीर्घकालिक अंतर्राष्ट्रीय निगरानी व्यवस्था स्थापित करने में पूर्ण सहयोग करने और चीन की स्वतंत्र नमूना निगरानी के लिए सहमत होने का आग्रह करते हैं।
दोनों देशों के सक्षम अधिकारियों ने हाल ही में फुकुशिमा दाइची परमाणु ऊर्जा संयंत्र से समुद्र में परमाणु दूषित पानी के निर्वहन के मुद्दे पर कई दौर के परामर्श जारी रखे हैं और निम्नलिखित सहमति पर पहुंचे हैं:
पहला, जापान ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह अंतर्राष्ट्रीय कानून के तहत अपने दायित्वों को ईमानदारी से पूरा करेगा, मानव शरीर और पर्यावरण पर नकारात्मक प्रभावों से बचने के लिए हर संभव प्रयास करेगा और समुद्री पर्यावरण और समुद्री पारिस्थितिकी पर प्रभाव का आंकलन करना जारी रखेगा।
दूसरा, चीन और अन्य हितधारक देशों की चिंताओं के आधार पर, जापान अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के ढांचे के तहत समुद्री निर्वहन के प्रमुख पहलुओं को कवर करने वाली एक दीर्घकालिक अंतर्राष्ट्रीय निगरानी व्यवस्था की स्थापना का स्वागत करता है, और यह सुनिश्चित करेगा कि चीन और अन्य हितधारक देश इसमें प्रभावी ढंग से भाग लें और इन व्यवस्थाओं को देश की स्वतंत्र नमूना निगरानी और प्रयोगशाला विश्लेषण और तुलना लागू किया जा सके।
तीसरा, दोनों पक्ष पारिस्थितिक पर्यावरण और लोगों के जीवन और स्वास्थ्य के प्रति अत्यधिक जिम्मेदार रवैया बनाए रखने, विज्ञान पर आधारित रचनात्मक बातचीत जारी रखने और उत्सर्जन सम्बंधी चिंताओं को ठीक से संभालने पर सहमत हुए।
चौथा, चीन ने कहा कि प्रासंगिक चीनी कानूनों और विनियमों और डब्ल्यूटीओ नियमों के अनुसार, चीन ने जापान में उत्पन्न होने वाले जलीय उत्पादों के खिलाफ आपातकालीन निवारक अस्थायी उपाय अपनाए हैं। अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के ढांचे के तहत दीर्घकालिक अंतर्राष्ट्रीय निगरानी में प्रभावी ढंग से भाग लेने और भाग लेने वाले देशों और अन्य निगरानी गतिविधियों द्वारा स्वतंत्र नमूने लेने के बाद, चीन वैज्ञानिक साक्ष्य के आधार पर प्रासंगिक उपायों को समायोजित करना शुरू कर देगा और धीरे-धीरे जापानी जलीय उत्पादों के आयात को फिर से शुरू करेगा।
(वनिता)