कार्बन फुटप्रिंट की गणना के लिए गंभीरता से काम कर रहा है चीन
चीन पर्यावरण संरक्षण के प्रति सजग होकर काम कर रहा है। चीन सरकार ने विभिन्न योजनाओं के जरिए स्वच्छ जल, साफ आसमान आदि को बढ़ावा देने के लिए व्यापक काम किया है। चीन में जारी प्रयासों के कारण हाल के वर्षों में चीन की जलवायु गुणवत्ता में काफी सुधार देखने को मिला है। शहरों में समय-समय पर बड़े-बड़े पार्कों का निर्माण हो रहा है, इन पार्कों में हरे-भरे पेड़-पौधे लगाए जाते हैं। जिससे पर्यावरण संरक्षण में मदद मिल रही है। इतना ही नहीं, चीन ने रेगिस्तानी इलाकों में भी वृक्षारोपण कर जंगल बनाने में सफलता हासिल की है। साथ ही चीन कार्बन पीक का लक्ष्य हासिल करने के लिए गंभीरता से जुटा है।
अब इसी दिशा में चीन ने अपने कार्बन फुटप्रिंट के प्रबंधन में एक महत्वपूर्ण कदम आगे बढ़ाया है। इसके लिए उत्पादों के कार्बन फुटप्रिंट की गणना के लिए एक नया मानक जारी किया गया है। बताया जाता है कि चीन के इस कदम ने सामान्य मानकों की प्रणाली के अंतर को पाटने का काम किया है।
यह कदम पारिस्थितिकी और पर्यावरण मंत्रालय द्वारा मई महीने में लांच की गयी एक कार्य योजना में 15 अन्य राष्ट्रीय सरकारी निकायों के साथ मिलकर एक व्यापक रणनीति का हिस्सा है। ताकि एक व्यापक कार्बन फुटप्रिंट प्रबंधन प्रणाली का निर्माण किया जा सके। इस बारे में संबंधित मंत्रालय ने बताया कि उत्पाद कार्बन फुटप्रिंट गणना के सामान्य सिद्धांतों के साथ, नए मानक से विभिन्न उत्पादों के लिए कार्बन उत्सर्जन की गणना करने के लिए विशिष्ट मानकों के विकास में स्पष्ट दिशा-निर्देश मिलने की उम्मीद है।
माना जा रहा है कि यह कार्बन फुटप्रिंट गणना प्रबंधन के लिए एक राष्ट्रीय व्यवस्था की स्थापना में तेजी लाने के लिए महत्वपूर्ण आधार के रूप में कार्य करता है। साथ ही यह कंपनियों को अपने अपस्ट्रीम और डाउनस्ट्रीम औद्योगिक श्रृंखलाओं में ऊर्जा संरक्षण और उत्सर्जन में कमी की संभावनाओं का पता लगाने में भी सक्षम करेगा।
कहा गया है कि वैश्विक रूप से स्वीकृत जीवन चक्र मूल्यांकन दृष्टिकोणों के साथ संरेखित करते हुए, मानक किसी उत्पाद के कार्बन फुटप्रिंट को निर्धारित करने के लिए दायरे, सिद्धांतों और तरीकों को रेखांकित करता है, जो सभी अंतर्राष्ट्रीय मानकों के अनुकूल हैं।
चीन सरकार के मुताबिक, यह मानक चीनी कंपनियों को अंतर्राष्ट्रीय हरित व्यापार बाधाओं को बेहतर ढंग से पार करने, उनके उत्पादों की कम कार्बन प्रतिस्पर्धात्मकता को बढ़ाने और उनके समग्र प्रतिस्पर्धी लाभों को मजबूत करने में मदद करेगा।
चीन ने ऊर्जा, अपस्ट्रीम कच्चे माल और प्रमुख निर्यात संबंधी उत्पादों के लिए गणना मानकों के विकास को प्राथमिकता देते हुए, उत्पाद कार्बन फुटप्रिंट प्रबंधन के लिए देश की मानक प्रणाली को मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास करने का संकल्प लिया है।
इससे जाहिर होता है कि चीन कार्बन उत्सर्जन में कमी लाने के लिए प्रतिबद्ध है और इस बाबत कदम भी उठा रहा है।
(अनिल पांडेय)