अफ़्रीका के साथ अंतर्राष्ट्रीय सहयोग निष्पक्ष, समानता और व्यावहारिकता पर आधारित हो
10 सितंबर को चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने नियमित संवाददाता सम्मेलन की अध्यक्षता की। हाल ही में संपन्न चीन-अफ्रीका सहयोग फोरम के पेइचिंग शिखर सम्मेलन में, चीन ने अफ्रीका के प्रति सहयोग पहल की एक श्रृंखला की घोषणा की।
इस बात की चर्चा में माओ निंग ने कहा कि पेइचिंग शिखर सम्मेलन के बाद जब विदेश मंत्री वांग यी पत्रकारों से मिले, तो उन्होंने अफ्रीका के साथ चीन के सहयोग की कई विशेषताओं का सारांश दिया। पहला, चीन अफ्रीका के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करता है और ईमानदारी से सहायता प्रदान करता है; दूसरा है अफ्रीका की विकास आवश्यकताओं के अनुसार अफ्रीका की स्वतंत्र विकास क्षमताओं में सुधार पर ध्यान केंद्रित करना; और तीसरा है भूराजनीतिक खेलों में शामिल न होना, अफ़्रीका में गुटों के बीच संघर्ष पैदा करने का विरोध करना और व्यक्तिगत लाभ के लिए अफ़्रीका के उपयोग का विरोध करना।
माओ निंग के अनुसार दरअसल, 24 साल पहले अपनी स्थापना के बाद से, चीन-अफ्रीका सहयोग फोरम ने अफ्रीका के विकास को बढ़ावा देने और अफ्रीकी लोगों की आजीविका में सुधार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। चीन ने अफ्रीका को लगभग 1 लाख किलोमीटर सड़कें, 10 हजार किलोमीटर से अधिक रेलवे, लगभग एक हजार पुल और लगभग सौ बंदरगाह बनाने और उन्नत करने में मदद की है।
चंद्रिमा