"आरसीईपी:एशिया की अर्थव्यवस्था के लिए नया भविष्य" संगोष्ठी बैंकॉक में आयोजित
"आरसीईपी:एशिया की अर्थव्यवस्था के लिए नया भविष्य" शीर्षक संगोष्ठी 27 अगस्त को थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक में आयोजित हुई। चीन, थाईलैंड, लाओस, इंडोनेशिया आदि देशों के 40 से अधिक विशेषज्ञों, विद्वानों और कारोबारी प्रतिनिधियों ने संगोष्ठी में भाग लिया और उच्च स्तर पर संयुक्त रूप से एक बड़े आरसीईपी क्षेत्रीय बाजार का निर्माण करने तथा एशिया में समावेशी और सतत् आर्थिक विकास को बढ़ावा देने जैसे विषयों पर गहन चर्चा की।
मौजूदा संगोष्ठी बोआओ एशिया मंच के तत्वावधान में आयोजित की गई। इसके उद्घाटन समारोह में बोआओ एशिया मंच के महासचिव चांग च्युन ने कहा कि आरसीईपी एशिया-प्रशांत क्षेत्रीय एकीकरण के लिए एक महत्वपूर्ण संस्थागत व्यवस्था है और एशियाई देशों के सामान्य हितों को पूरा करती है। वर्तमान में, आरसीईपी के कार्यान्वयन को और बढ़ावा देने के लिए, हमें एक अनुकूल नीति वातावरण बनाना, अच्छा बुनियादी समर्थन प्रदान करना, इंटरकनेक्शन को मज़बूत करना, आपूर्ति श्रृंखला और उद्योग श्रृंखला की स्थिरता व सुचारूता सुनिश्चित करनी चाहिए। इसके साथ ही, आरसीईपी के संस्थागत निर्माण को लागू करना और उच्च स्तरीय मुक्त व्यापार समझौते की ओर बढ़ने के लिए आरसीईपी को बढ़ावा देना भी आवश्यक है।
संगोष्ठी में, इंडोनेशियाई सामरिक और अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन केंद्र के कार्यकारी निदेशक योसे रिज़ल दामुरी ने कहा कि आरसीईपी के कार्यान्वयन में चुनौतियों से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए, आसियान सदस्य देशों को विश्वास और सहयोग बनाना चाहिए, प्रासंगिक तंत्र के निर्माण में तेजी लानी चाहिए, स्पष्ट कार्यों और लक्ष्यों को स्थापित करना चाहिए, पर्यावरण और जलवायु जैसी नई चुनौतियों से निपटने के लिए आरसीईपी रणनीति बनाने का प्रयास करना चाहिए, और साथ ही, खुले और समावेशी विकास को बढ़ावा देना भी जरूरी है।
(श्याओ थांग)