थाईवान मुद्दा चीन-अमेरिका सम्बंधों में पहली दुर्गम लाल रेखा है:चांग यो शा
चीनी फौजी आयोग के उपाध्यक्ष चांग यो शा ने 29 अगस्त को पेइचिंग में अमेरिकी राष्ट्रपति के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन से मुलाकात की।
चांग यो शा ने कहा कि पिछले नवंबर में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और अमेरिकी राष्ट्रपति बाईडेन ने सैन फ्रांसिस्को में सफलतापूर्वक मुलाकात की और दोनों राष्ट्राध्यक्षों ने इस साल अप्रैल में एक और बार फिर फोन कॉल की, जिससे चीन-अमेरिका सम्बंधों के स्थिर, स्वस्थ और सतत् विकास की दिशा तय की गई। दोनों पक्षों को दोनों राष्ट्राध्यक्षों द्वारा संपन्न सहमति को लागू करना चाहिए और "सैन फ्रांसिस्को विज़न" को वास्तविकता में बदलने को बढ़ावा देना चाहिए। अमेरिका को चीन के बारे में अपनी रणनीतिक समझ को सही करना चाहिए, तर्कसंगत और व्यावहारिक चीन नीति पर लौटना चाहिए, वास्तव में चीन के मूल हितों का सम्मान करना चाहिए, चीन के साथ दोनों सेनाओं के बीच संचार और आदान-प्रदान को बढ़ावा देना चाहिए, ताकि संयुक्त रूप से प्रमुख जिम्मेदारियों को निभाया जा सके।
चांग यो शा ने जोर देते हुए कहा कि थाईवान मुद्दा चीन के मूल हितों का मूल है, चीन-अमेरिका सम्बंधों के राजनीतिक आधार की नींव है और चीन-अमेरिका सम्बंधों में पहली दुर्गम लाल रेखा है। हमें "थाईवान स्वतंत्रता" वाली ताकतों के अनियंत्रित उकसावों का मुकाबला करना चाहिए। चीन अमेरिका से थाईवान के साथ सैन्य सम्बंध बंद करने, थाईवान को हथियार देना बंद करने और थाईवान से सम्बंधित झूठी बातें फैलाना बंद करने की मांग की।
(वनिता)