तेज़ी से उभरता चीन का इलेक्ट्रिक वाहन उद्योग
जापान ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (जेएएमए) द्वारा 31 जनवरी 2024 को वाहन से संबंधित अपने वार्षिक आंकड़े जारी किए गए जिससे पता चलता है कि चीन पिछले वर्ष 2023 में जापान को पछाड़कर विश्व का सबसे बड़ा वाहन निर्यातक बन गया। चीनी ऑटोमोबाइल बाजार दुनिया में सबसे बड़ा है।
चीन सरकार हमेशा विकास की समर्थक रही है और देश को आज के सफल मंच पर निर्देशित किया है। सरकार के सहायक प्रयासों के साथ,घरेलू कार निर्माताओं ने भी सफलतापूर्वक एक मजबूत ब्रांड वैल्यू और उपभोक्ता आधार बनाया है। ब्रांड वैल्यू एक मजबूत घरेलू आधार, एक अच्छा उपभोक्ता आधार और संभावित ग्राहक वरीयता के साथ आता है।
कई विदेशी बाजारों में इलेक्ट्रिक वाहनों या ईवी और प्लग-इन इलेक्ट्रिक्स की बढ़ती मांग से वाहन निर्यात में चीन का प्रभुत्व बढ़ रहा है। आंकड़ों से पता चलता है कि वर्ष 2023 के पहले छह महीनों में चीन से इलेक्ट्रिक और प्लग-इन इलेक्ट्रिक वाहनों का निर्यात 160 फीसदी बढ़कर लगभग 5,30,000 यूनिट हो गया।
चीन वाहन निर्माण, वाहन खरीद और ईवी मांग और बिक्री में वैश्विक लीडर है। ठोस स्थानीय उपभोक्ता आधार और बाजार हिस्सेदारी के बिना, कोई भी कंपनी वैश्विक बाजार में जीवित नहीं रह सकती है। निरंतर वैश्विक सफलता के बिना किसी भी कंपनी का वैश्विक ब्रांड मूल्य नहीं हो सकता है।
यह सब निर्माताओं, या सरकार के बारे में नहीं है, यह एक संस्कृति और उपयोगकर्ता की इच्छा के बारे में है। एक चीनी कार का चयन करके आप चीन के ऑटोमोबाइल उद्योग का समर्थन कर रहे हैं और अन्य घरेलू ब्रांडों को प्रेरित कर रहे हैं ।
सरकारी समर्थन, नवाचार और टिकाऊ परिवहन की बढ़ती मांग से प्रेरित होकर चीन दुनिया के अग्रणी इलेक्ट्रिक वाहन (ईवी) बाजार के रूप में तेज़ी उभरा है। वैश्विक ईवी बिक्री के 50% से अधिक के साथ, चीन विद्युत क्रांति में सबसे आगे है, मोटर वाहन उद्योग को बदल रहा है और गतिशीलता के भविष्य को आकार दे रहा है।
(दिव्या पाण्डेय)