"रेशम मार्ग भावना" के साथ सम्बंधों के नये दौर के लिये तैयार चीन और इटली
इस वर्ष चीन और इटली के बीच राजनयिक सम्बंधों की स्थापना की 20वीं वर्षगांठ है। दोनों देशों के नेताओं ने मुलाकात के दौरान हमेशा "रेशम मार्ग भावना" का उल्लेख किया। यह दर्शाता है कि वे इस ऐतिहासिक बंधन को कितना महत्व देते हैं। यह न केवल पिछली मित्रता की समीक्षा है, बल्कि भावी सहयोग की अपेक्षा भी है।
"रेशम मार्ग भावना" में निहित शांति, खुलेपन और सहयोग की अवधारणाओं ने चीन-इतालवी आदान-प्रदान में अद्वितीय मूल्य बनाया है। यह भावना न केवल दोनों देशों की ऐतिहासिक स्मृति को संजोती है, बल्कि समय की प्रवृत्ति के अनुरूप विकास दृष्टिकोण का भी प्रतीक है। आज, वैश्विक भू-राजनीतिक और आर्थिक वातावरण जटिल और हमेशा बदलता रहता है। चीन और इटली को सहयोग को गहरा करने और संयुक्त रूप से चुनौतियों का सामना करने की आवश्यकता है।
इतालवी प्रधान मंत्री की चीन यात्रा ऐसे समय में हो रही है जब चीन व्यापक रूप से सुधारों को गहरा कर रहा है और बाहरी दुनिया के लिए खुलेपन का विस्तार कर रहा है। दोनों पक्ष अर्थव्यवस्था, व्यापार, निवेश, वैज्ञानिक और तकनीकी नवाचार जैसे विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग पर आम सहमति पर पहुंचे हैं, जिसका उद्देश्य द्विपक्षीय सम्बंधों को एक नए चरण में प्रवेश करने के लिए बढ़ावा देना है। इतालवी कंपनियां चीनी बाज़ार में अधिक विकास के अवसर लाएंगी, और चीनी कंपनियों को एक निष्पक्ष और अधिक पारदर्शी व्यावसायिक वातावरण भी प्रदान करेंगी।
प्राचीन रेशम मार्ग से लेकर "द ट्रेवल्स ऑफ मार्को पोलो" तक, चीन-इतालवी आदान-प्रदान की अच्छी कहानियां आज भी लोगों की ज़बान पर हैं। इस वर्ष, दोनों देश मार्को पोलो की मृत्यु की 700वीं वर्षगांठ मनाने के लिए संयुक्त रूप से कार्यक्रमों का आयोजन करेंगे। चीन 2026 शीतकालीन ओलंपिक की मेजबानी में इटली का समर्थन करता है। ये कदम चीनी और इतालवी सभ्यताओं के बीच आपसी सीख को बढ़ावा देंगे, दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों को बढ़ाएंगे और चीन-यूरोपीय संघ के आर्थिक और व्यापार सहयोग में नई गति भी लाएंगे।
वर्तमान अंतरराष्ट्रीय स्थिति के विकास के सामने चीन इस बात पर ज़ोर देता है कि चीन-इतालवी सम्बंधों को विकसित करने की उसकी इच्छा, साझी जीत वाले सहयोग की प्रकृति और दोनों लोगों के बीच दोस्ती नहीं बदली है। यह चीन के दृढ़ रुख और चीन-इतालवी संबंधों को विकसित करने की ईमानदार इच्छा को दर्शाता है। "रेशम मार्ग भावना" को बरकरार रखते हुए चीन-इटली सहयोग और गहरा होगा, जिससे न केवल दोनों लोगों को लाभ होगा, बल्कि दुनिया के लिए अधिक अवसर और संभावनाएं भी आएंगी।