जापान सरकार के "रक्षा श्वेत पत्र" के 2024 संस्करण से सम्बंधित सवालों पर चीनी रक्षा मंत्रालय का जवाब

2024-07-19 16:05:31

 चीनी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता ने 18 जुलाई को जापान सरकार के "रक्षा श्वेत पत्र" के 2024 संस्करण से संबंधित सवालों का जवाब दिया।

   रिपोर्टर ने पूछा कि जापानी कैबिनेट की बैठक में 12 जुलाई को "रक्षा श्वेत पत्र" के 2024 संस्करण को पारित किया गया, जिसमें चीन को जापान की "अभूतपूर्व सबसे बड़ी रणनीतिक चुनौती" के रूप में स्थान दिया गया और यह मानते हुए कि चीन की सैन्य कार्यवाहियाँ तेजी से सक्रिय हो रही हैं और थाईवान जलडमरूमध्य में तनाव हो सकता है। यह दावा करते हुए कि चीन और रूस के बीच संयुक्त गश्त उसकी प्रमुख चिंताएं हैं। इस पर चीन की क्या टिप्पणी है?

   चीनी प्रवक्ता ने कहा कि जापान का "रक्षा श्वेत पत्र" का नया संस्करण घिसी-पिटी बातों से भरा है। यह जापानी लोगों को धोखा देने, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को गुमराह करने और जापान के लिए अपनी सेना को मज़बूत करने और अपने हथियारों का विस्तार करने का बहाना बनाने के अलावा और कुछ नहीं है। हम इससे पूरी तरह असंतुष्ट हैं और इसका कड़ा विरोध करते हैं और हमने जापान के सामने इसके खिलाफ गंभीरता से मामला उठाया।  

   चीनी प्रवक्ता ने कहा कि चीन की सामान्य समुद्री और हवाई कार्यवाहियाँ अंतरराष्ट्रीय कानून और संबंधित घरेलू कानूनों के अनुसार वैध और उचित हैं। त्यायु द्वीप व इससे सम्बद्ध द्वीप चीन की निहित प्रादेशिक भूमि है। थाईवान चीन का है और थाईवान मुद्दा बाहरी ताकतों के हस्तक्षेप की अनुमति नहीं देता है। वर्तमान में थाईवान जलडमरूमध्य में शांति के लिए सबसे बड़ा खतरा " थाईवान स्वतंत्रता" अलगाववादी कार्यवाहियां और बाहरी ताकतों की मिलीभगत और समर्थन है। चीन-रूस रक्षा सहयोग अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता की रक्षा और अंतरराष्ट्रीय निष्पक्षता और न्याय की रक्षा के लिए अनुकूल है।

   चीनी प्रवक्ता ने कहा कि इतिहास यह साबित करता आया है और करता रहेगा कि चीन हमेशा दुनिया में शांति, स्थिरता और प्रगति के लिए एक ताकत रहा है। चीन कभी किसी को चुनौती नहीं देता लेकिन किसी चुनौती से डरता भी नहीं है। चीन की सैन्य शक्ति का विकास पूरी तरह से राष्ट्रीय सम्प्रभुता, सुरक्षा और विकास हितों की रक्षा करने और विश्व और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता की रक्षा के लिए है।

(वनिता)

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