दुनिया की सबसे ऊँचाई पर निर्माणाधीन पवन ऊर्जा परियोजना की पहली पवन टरबाइन पूरी हुई
हाल ही में, तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की पासू काउंटी में पांगता क्स्बे में निर्माणाधीन पवन ऊर्जा परियोजना की पहली पवन टरबाइन पूरी हो गई है, जो समुद्र सतह से दुनिया की सबसे ऊँचाई पर 100 मेगावाट गारंटीकृत ग्रिड-कनेक्टेड पवन ऊर्जा परियोजना है।
यह परियोजना समुद्र सतह से 5050 मीटर की औसत ऊंचाई वाले क्षेत्र में स्थित है। इनमें पवन टरबाइन समुद्र सतह से 5195 मीटर तक की ऊँचाई पर स्थापित है। उच्च ऊंचाई और कम दबाव जैसे चरम वातावरण से निपटने के लिए, इस परियोजना ने विशेष रूप से डिजाइन की गई 5 मेगावाट डबल-फेड पवन टरबाइन का चयन किया। साथ ही, तेज पराबैंगनी किरणों और तूफान की उच्च आवृत्ति जैसे कठोर वातावरण में भी विद्युत सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए बाहरी इन्सुलेशन डिजाइन को मजबूत किया गया है।
बताया गया है कि इस परियोजना के पवन टरबाइन केंद्र की ऊंचाई 110 मीटर और टरबाइन का व्यास 195 मीटर है। परियोजना के संचालन में आने के बाद, हर साल 22 करोड़ 30 लाख किलोवाट प्रति घंटे से अधिक स्वच्छ बिजली उत्पन्न होने की उम्मीद है, जो हर साल लगभग 73 हजार 100 टन मानक कोयले की बचत के बराबर है।
साथ ही, इससे सल्फर डाइऑक्साइड उत्सर्जन को लगभग 62 लाख 13 हज़ार 900 टन और कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को लगभग 1 लाख 82 हज़ार 800 टन कम कर दिया जाएगा। यह तिब्बत में सभी जातीय समूहों के स्थानीय लोगों के लिए सर्दियों में हीटिंग और बिजली की सुरक्षित आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
(श्याओ थांग)