सोलापुर के कैंप नंबर 1 हाई स्कूल में चीनी राजदूत शू फ़ेईहोंग ने भाषण दिया
10 जुलाई को भारत स्थित चीनी राजदूत शू फ़ेईहोंग ने सोलापुर के कैंप नंबर 1 हाई स्कूल में भाषण दिया।
उन्होंने कहा कि सोलापुर में कैंप नंबर 1 हाई स्कूल में आपके साथ शामिल होकर मुझे बहुत खुशी हो रही है। मैंने अभी-अभी अपने भारतीय मित्रों के साथ डॉ. कोटनिस स्मारक का दौरा किया। डॉ. कोटनिस के अपने सर्वश्रेष्ठ वर्षों के समर्पण और चीन के प्रति निस्वार्थ प्रेम ने मुझे गहराई से प्रभावित किया है।
शू फ़ेईहोंग के अनुसार चीन और भारत में सांस्कृतिक आदान-प्रदान और आपसी सीखने का एक लंबा इतिहास रहा है। प्राचीन सिल्क रोड के साथ, चीनी कागज बनाने की तकनीक, रेशम, चीनी मिट्टी के बर्तन और चाय भारत में लाए गए थे। और भारतीय गायन, नृत्य, खगोल विज्ञान, वास्तुकला और मसालों को चीन में पेश किया गया। चीनी ताइची और भारत के योग के बीच और पारंपरिक चीनी चिकित्सा और भारत के आयुर्वेद के बीच आश्चर्यजनक समानताएं हैं। चीनी और भारतीय दर्शन में भी बहुत कुछ समानता है। चीन में, डॉ. कोटनिस और रवींद्रनाथ टैगोर जैसे भारतीय मित्र प्रसिद्ध हैं और बॉलीवुड फिल्में और योग जैसी भारतीय संस्कृति लोकप्रिय है।
उन्होंने कहा कि चीन और भारत का विकास एक-दूसरे को मजबूत करता है। दोनों प्राचीन सभ्यता वाले देश हैं और दुनिया के दो सबसे अधिक आबादी वाले देश हैं। विकास दोनों देशों का सबसे बड़ा साझा लक्ष्य है। चीन आधुनिकीकरण के चीनी मार्ग के माध्यम से चीनी राष्ट्र के महान कायाकल्प को साकार कर रहा है। भारत ने भी 2047 तक विकसित देश बनने का विजन सामने रखा है। चीन अपने लिए अच्छा विकास करना चाहता है और उम्मीद करता है कि भारत भी अच्छा विकास करेगा।
चंद्रिमा