एशिया-प्रशांत क्षेत्र को सैन्य गुटों की आवश्यकता नहीं है: चीनी विदेश मंत्रालय

2024-07-08 19:16:06

जापान और फिलीपींस के बीच पारस्परिक पहुंच समझौते पर हस्ताक्षर के संबंध में, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन च्येन ने 8 जुलाई को आयोजित नियमित संवाददाता सम्मेलन में पूछे जाने पर बताया कि देशों के बीच आदान-प्रदान और सहयोग को क्षेत्रीय देशों के बीच आपसी समझ और विश्वास को कमजोर नहीं करना चाहिए। साथ ही क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को कमजोर नहीं करना चाहिए, और तीसरे पक्ष को लक्षित नहीं करना चाहिए या तीसरे पक्ष के हितों को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहिए। एशिया-प्रशांत क्षेत्र को सैन्य गुटों की जरूरत नहीं है, न ही शिविरों के बीच टकराव भड़काने की जरूरत है। कोई भी कार्य जो क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को कमजोर करता है और क्षेत्रीय एकता और सहयोग को कमजोर करता है, क्षेत्र में लोगों की सतर्कता और आम विरोध को भड़काएगा।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने के लिए जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड नाटो के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर करेंगे। इसकी चर्चा में लिन च्येन ने कहा कि नाटो को एक क्षेत्रीय रक्षात्मक संगठन के रूप में अपनी स्थिति का पालन करना चाहिए और एशिया-प्रशांत में तनाव पैदा करना बंद करना चाहिए। नाटो को यूरोप में हलचल मचाने के बाद एशिया-प्रशांत में स्थिति बिगाड़ने की कोशिश नहीं करनी चाहिए।

चंद्रिमा

रेडियो प्रोग्राम