चीन और ताजिकिस्तान के राष्ट्रपतियों ने दुशांबे में भेंट वार्ता की

2024-07-06 17:13:01

5 जुलाई की दोपहर को, चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने दुशांबे में ताजिकिस्तान के राष्ट्रपति इमोमाली रहमोन के साथ महत्वपूर्ण वार्ता की। दोनों देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने नए युग में चीन-ताजिकिस्तान व्यापक रणनीतिक सहकारी साझेदारी के विकास की घोषणा की।

शी चिनफिंग ने कहा कि चीन और ताजिकिस्तान पहाड़ों और नदियों से जुड़े हुए हैं, एक दूसरे पर घनिष्ठ रूप से निर्भर हैं और एक समान नियति साझा करते हैं। दोनों देशों के बीच संबंधों की गहरी ऐतिहासिक उत्पत्ति, ठोस राजनीतिक नींव, सहयोग के समृद्ध अर्थ और व्यापक जन समर्थन है। दोनों पक्षों के संयुक्त प्रयासों से, चीन और ताजिकिस्तान के बीच राजनीतिक आपसी विश्वास लगातार गहरा हुआ है, "बेल्ट एंड रोड" के संयुक्त निर्माण में सहयोग ने सार्थक परिणाम प्राप्त किए हैं, और श्रृंखलाबद्ध प्रमुख परियोजनाएं सुचारू रूप से आगे बढ़ी हैं, जिनसे दोनों देशों के साझा विकास को प्रभावी ढंग से बढ़ावा दिया है।

शी ने कहा कि नई स्थिति के तहत, चीन नए युग में चीन और ताजिकिस्तान के बीच एक व्यापक रणनीतिक सहकारी साझेदारी विकसित करने, उच्च प्रारंभिक बिंदु से साझा भविष्य वाले चीन-ताजिकिस्तान समुदाय का निर्माण करने और दोनों देशों के विकास व पुनरोद्धार में सहायता करने के लिए ताजिकिस्तान के साथ काम करना चाहता है।

उन्होंने कहा कि चीन राष्ट्रीय निर्माण में ताजिकिस्तान की उपलब्धियों से प्रसन्न है और दोनों देशों के बीच मैत्रीपूर्ण और आपसी लाभ वाले सहयोग को मजबूती से बढ़ावा देना जारी रखेगा। उन्होंने ताजिकिस्तान के चुने हुए विकास पथ, राष्ट्रीय स्वतंत्रता, संप्रभुता और प्रादेशिक अखंडता का अटूट समर्थन व्यक्त किया, और ताजिकिस्तान के आंतरिक मामलों में किसी भी बाहरी हस्तक्षेप के लिए चीन के दृढ़ विरोध पर जोर दिया। 

राष्ट्रपति शी ने इस बात पर जोर दिया कि अंतरराष्ट्रीय परिवर्तनों के बावजूद, चीन हमेशा ताजिकिस्तान का भरोसेमंद दोस्त, विश्वसनीय साझेदार और करीबी भाई बना रहेगा। चीन ताजिकिस्तान के साथ विकास के अनुभव और अवसरों का आदान-प्रदान और साझा करना चाहता है, दोनों देशों की विकास रणनीतियों की डॉकिंग को बढ़ावा देना चाहता है, "बेल्ट एंड रोड" का उच्च गुणवत्ता वाला संयुक्त निर्माण करना चाहता है, कृषि सहयोग को गहराना चाहता है, नई ऊर्जा, डिजिटल अर्थव्यवस्था, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, ई-कॉमर्स आदि क्षेत्रों में सहयोग का विस्तार करना चाहता है। दोनों पक्षों को कानून प्रवर्तन और सुरक्षा विभागों के बीच सहयोग को मजबूत करते हुए "तीन ताकतों" का प्रभावी ढंग से मुकाबला करना चाहिए, साथ ही, युवाओं, मीडिया, थिंक टैंक, महिलाओं, पर्यटन और अन्य क्षेत्रों में मानविकी सहयोग का विस्तार करना आवश्यक है।

बैठक में रहमोन ने कहा कि चीन और ताजिकिस्तान मित्रवत पड़ोसी और वफादार दोस्त हैं। हाल के वर्षों में, ताजिकिस्तान-चीन संबंधों ने मजबूत विकास बनाए रखा है, विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग ने सकारात्मक परिणाम प्राप्त किए हैं, दोनों देशों ने बहुपक्षीय संस्थानों में उच्च स्तरीय संचार और सहयोग बनाए रखा है। ताजिकिस्तान-चीन संबंधों को देशों के बीच संबंधों का एक मॉडल माना जा सकता है।

उन्होंने कहा कि नए युग में प्रवेश करने के बाद से, चीन ने महान विकास उपलब्धियां हासिल की हैं, जिससे न केवल चीनी लोगों को लाभ हुआ है, बल्कि क्षेत्रीय और वैश्विक शांति और विकास को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण योगदान मिला है। नए युग में चीन के साथ व्यापक रणनीतिक सहयोग साझेदारी को मजबूत करना ताजिकिस्तान की प्राथमिकता वाली नीति दिशा है। ताजिकिस्तान दृढ़ता से एक-चीन सिद्धांत का पालन करता है, किसी भी रूप में "थाईवान की स्वतंत्रता" का विरोध करता है, और संप्रभुता व प्रादेशिक अखंडता की रक्षा करने तथा राष्ट्रीय पुनर्मिलन प्राप्त करने के लिए चीन के सभी प्रयासों का दृढ़ता से समर्थन करता है।

राष्ट्रपति रहमोन ने चीन के साथ "बेल्ट एंड रोड" के सह-निर्माण वाले सहयोग को बढ़ावा देने, कृषि, महत्वपूर्ण खनिज, नई ऊर्जा आदि क्षेत्रों में सहयोग को गहराने, कानून प्रवर्तन सुरक्षा सहयोग को मजबूत करने, दोनों देशों की साझा सुरक्षा बनाए रखने के लिए "तीन ताकतों" के खिलाफ दृढ़ता से लड़ने पर प्रकाश डाला।

वार्ता के बाद, दोनों देशों के राष्ट्रपतियों ने संयुक्त रूप से "नए युग में व्यापक रणनीतिक सहकारी साझेदारी के विकास पर चीन और ताजिकिस्तान का संयुक्त वक्तव्य" पर हस्ताक्षर किए, और वे अर्थव्यवस्था और व्यापार, निवेश, कनेक्टिविटी, महत्वपूर्ण खनिज, सुरक्षा, मानविकी आदान-प्रदान आदि क्षेत्रों में दर्जनों द्विपक्षीय सहयोग दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने के साझी बने।

(श्याओ थांग)

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