शंघाई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव आयोजित, भारत सहित 105 से ज्यादा देशों की फिल्में शामिल

2024-06-21 15:16:23

एशिया के सबसे बड़े फिल्म समारोहों में से एक 'शंघाई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव' का आयोजन शंघाई में चल रहा है। ये 14 से 23 जून तक चलने वाला है। 1993 से शुरू हुआ ये आयोजन चीन का एकमात्र A-श्रेणी फिल्म समारोह है, जिसमें दुनियाभर की फिल्मों का प्रसारण होता है। ये अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सिनेमा के लिए एक ऐसा मंच देता है, जहां फिल्म उद्योग के विकास को और बढ़ावा दिया जा सके। पिछले तीन दशकों से चीनी सिनेमा एक वैश्विक मंच बन गया है, जिसमें भारतीय फिल्मों को भी खास जगह मिलती है। पिछले कुछ सालों के आयोजनों में भारत की कई फिल्मों को जगह मिली है, जो भारत के लोगों के लिए खुशी की बात है।


105 से ज्यादा देशों की फिल्में होगी शामिल


'शंघाई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव' में इस साल 105 से ज्यादा देशों से अलग-अलग भाषाओं और क्षेत्रों से 3,700 से फिल्में आई हैं, जिसमें से दुनियाभर की 390 बेहतरीन फिल्मों का प्रसारण किया जाएगा। इसके अलावा, इस बार भी इस फिल्म आयोजन में गोल्डन गॉब्लेट अवार्ड और एशियन न्यू टैलेंट अवार्ड जैसे आयोजन होंगे।


ये भारतीय फिल्म होगी रिलीज


भारत में क्रिकेट और फिल्मों को लेकर दीवानगी चरम पर रहती है। चीन और भारत की बात करें तो दोनों देशों के बीच सिनेमा जगत का साथ भी पुराना है। शंघाई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भारत की फिल्में भी रिलीज होती रही हैं। 2023 में 'सेक्शन-375' मूवी रिलीज हुई थी। इस साल 'In the Name of Fire' मूवी रिलीज होगी, जो एक ड्रामा फिल्म है। भारतीय फिल्मों का क्रेज चीन में हमेशा देखा जाता रहा है। भारतीय फिल्म स्टार सलमान खान जो भाईजान के नाम से बॉलीवुड में अपनी पहचान रखते हैं। 2016 में उनकी फिल्म 'सुल्तान' ने भारतीय बॉक्स ऑफिस पर तो जलवा बिखेरा ही था। इस फिल्म को 20वें शंघाई इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में भी दिखाया गया था। इसके अलावा, सलमान की 'बजरंगी भाईजान' ने भी भारत से ज्यादा कमाई चीन में की थी। भारत में इस फिल्म ने 80 करोड़ रुपए कमाए थे, जबकि चीन में इसकी कमाई 760 करोड़ रुपए थी। यानि चीनी दर्शकों को भारतीय फिल्में और बॉलीवुड के भाईजान खूब पसंद आते हैं।


चीनी कलाकार बने 'राम-सीता'


भारत और चीन के बीच सांस्कृतिक जुड़ाव को सिनेमा में भी दिखाने की हमेशा कोशिश रहती है। भारत में जब अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हुआ तो भारतीयों की आस्था का केंद्र यह विषय चीन में भी चर्चित था। इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि चीन में 'रामायण इन चाइना' शार्ट फिल्म बनाई गई थी, जिसमें रामायण से संबंधित सभी किरदारों की भूमिका भी चीन के कलाकारों ने ही निभाई थी। यानि चीनी दर्शक भारतीय फिल्मों को न केवल पसंद करते हैं बल्कि हमारे यहां की संस्कृति को भी समझते हैं। फिल्म जानकार तरण आदर्श ने भी कहा था कि भारतीय सिनेमा के लिए पिछले कुछ सालों में चीन बॉलीवुड फिल्मों के लिए एक बड़ा मार्केट बनकर उभरा है। क्योंकि चीन एक मात्र ऐसा देश है जहां भारतीय फिल्मों को रिलीज होने पर ज्यादा स्क्रीन्स मिलती हैं, चीन में एक साथ 45000 स्क्रीन्स पर फिल्म रिलीज की जाती हैं।


जब एक साथ रिलीज हुई थी 8 फिल्में


शंघाई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह भारतीय सिनेमा के लिए भी बेहद अहम साबित हुआ है। भारतीय कलाकार, फिल्म निर्माता भी इस आयोजन को लेकर उत्साहित रहते हैं। कोरोना कॉल के बाद जब 23वें शंघाई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का आयोजन किया गया था तो इसमें एक साथ 8 भारतीय फिल्मों को रिलीज किया गया था। इनमें शामिल थी.... प्रकाश झा की 'परीक्षा', गौतम घोष की 'राहगीर', अनुभव सिन्हा की 'आर्टिकल-15', अजय बहल की 'सेक्शन 375' ।

25वें शंघाई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में भारत के मणिपुर के फिल्मनिर्माता हाओबम पवन कुमार की फिल्म 'जोसेफ्स सन' का प्रीमियर हुआ था। यह फिल्म चीन में बेहद पसंद की गई थी। पवन कुमार ने इसे शंघाई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में ही रिलीज करने का फैसला किया था। इसी तरह 19वें शंघाई अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में कन्नड़ फिल्म 'तिथि' ने एशिया न्यू टैलैंट अवार्ड्स में सर्वश्रेष्ट फिल्म और सर्वश्रेष्ठ पटकथा लेखक अवॉर्ड जीता था। कर्नाटक के एक छोटे से गांव पर आधारित इस यह फिल्म इस आयोजन में यह एकमात्र भारतीय फिल्म थी, जिसे चीनी दर्शकों की बहुत ही उत्साहजनक और शानदार प्रतिक्रिया मिली थी।


चीनी दर्शकों ने दंगल, हिचकी पर भी खूब प्यार लुटाया


भारतीय सिनेमा चीन दर्शकों की अहमियत को समझता है। इसलिए बॉलीवुड से लेकर टॉलीवुड तक की फिल्में चीन में रिलीज की जाती है। रानी मुखर्जी की फिल्म 'हिचकी' ने चीनी थेयटरों पर खूब जलवा बिखेरा था। चीन के बॉक्स ऑफिस फिल्म 'हिचकी' को दर्शकों ने इतना पसंद किया कि फिल्म ने 100 करोड़ से ज्यादा की कमाई की थी। फिल्म की छप्पर फाड़ कमाई की जानकारी ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने दी। उन्होंने बताया था कि चीनी दर्शकों को यह फिल्म बेहद पसंद आई थी। इसी तरह आमिर खान की फिल्म 'दंगल' चीन में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी थी। चीन में इस फिल्म ने 1400 करोड़ रुपए की कमाई की थी। जबकि भारत में इसका कुल कलेक्शन 538 करोड़ रुपए ही था। जिससे यह बात स्पष्ट होती है कि दोनों ही देशों की फिल्में पसंद की जा रही हैं।


2023 का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन


भारत और चीन दोनों देश सिनेमा के क्षेत्र में तेजी से ग्रोथ कर रहे हैं। ऐसे में चीनी और भारतीय फिल्म उद्योगों के बीच संचार और सहयोग के अवसर तेजी से सामने आ रहे हैं। 2023 में चीनी फिल्मों ने लगभग 55 अरब युआन का कुल बॉक्स ऑफिस कलेक्शन किया था, जिससे चीन दुनिया के दूसरे सबसे बड़े फ़िल्म बाजार के रूप स्थापित हो गया है। वहीं 2023 के लिहाज से भारत की बात की जाए तो भारतीय सिनेमा ने 12 हजार करोड़ से ज्यादा का कलेक्शन करते हुए बेस्ट रिकॉर्ड बनाया था, जिससे समझा जा सकता है कि दोनों देशों ने सिनेमा के क्षेत्र में तेजी से ग्रोथ की है।


भारत चीन के लिए SIFF बड़ा मंच


भारत और चीनी सिनेमा के लिए शंघाई अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव एक बड़ा मंच है। खास बात यह है कि सिनेमा जगत से जुड़े दोनों देशों के कलाकारों, डॉयरेक्टरों और अन्य लोगों के बीच संवाद तेजी से स्थापित हुआ है। बड़े पैमाने पर अब भारतीय फिल्मों की शूटिंग चीन में होने लगी है। जबकि चीन भी सिनेमा के क्षेत्र में भारत के साथ काम करने पर सहमति जता चुका है। ऐसे में आने वाला समय भारत और चीन के सिनेमा क्षेत्र के लिए उपयोगी साबित होने वाला है।

(लेखक- दिव्या तिवारी)

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