विरोध की आवाज में जी7 शिखर सम्मेलन उद्घाटित

2024-06-14 14:22:33

जी7 शिखर सम्मेलन 13 जून को दक्षिणी इटली के पुगलिया क्षेत्र के फसानो शहर में उद्घाटित हुआ। उस दिन आयोजन स्थल के आसपास के क्षेत्र में कई विरोध प्रदर्शन हुए।

इस बार के शिखर सम्मेलन में मुख्य रूप से रूस-यूक्रेन संघर्ष, गाज़ा पट्टी की स्थिति, जलवायु परिवर्तन और कृत्रिम बुद्धिमत्ता आदि मुद्दों पर ध्यान केंद्रित कर चर्चा की गयी। जी7 के नेताओं के अलावा दस से अधिक देशों और अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के नेताओं को इसमें भाग लेने के लिए आमंत्रित किया गया है।

इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी ने उद्घाटन समारोह में अपने भाषण में कहा कि जी7 को समान विकास हासिल करने के लिए दुनिया के अन्य देशों के लिए दरवाजे खोलने की जरूरत है। गाज़ा युद्ध और रूस-यूक्रेन संघर्ष जैसे मुद्दों को हल करने के अलावा, "हिंद-प्रशांत क्षेत्र पर अधिक ध्यान देने" की भी आवश्यकता है।

उसी दिन दोपहर को शिखर सम्मेलन में भाग लेने वाले सभी पक्षों ने एक गोलमेज बैठक की। उन्होंने यूक्रेन को 50 अरब डॉलर का ऋण प्रदान करने के लिए रूस की लगभग 3 खरब डॉलर की फ्रीज़ संपत्ति पर ब्याज का उपयोग करने की संभावना पर चर्चा की। इस बात पर रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा ने कहा कि जी7 ने यूक्रेन की सहायता के लिए रूस की फ्रीज़ संपत्तियों का दुरुपयोग करने का प्रयास किया, जो पश्चिमी देशों के लिए प्रतिकूल है और एक नए आर्थिक संकट का कारण बनेगा।

इस बार का शिखर सम्मेलन 15 जून को समाप्त होगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आयोजन स्थल के आसपास रोजाना विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। इतालवी पुलिस ने आयोजन स्थल के चारों ओर लगभग 7,000 पुलिस कर्मियों को तैनात किया है ।

चंद्रिमा

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