एशिया-प्रशांत शांतिपूर्ण विकास के लिए एक उच्च भूमि है- सुन वेइतोंग

2024-06-10 17:08:19

7 से 8 जून तक, आसियान और चीन-जापान-दक्षिण कोरिया के वरिष्ठ अधिकारियों का सम्मेलन, पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के लिए वरिष्ठ अधिकारियों का सम्मेलन, तथा आसियान क्षेत्रीय मंच का वरिष्ठ अधिकारियों का सम्मेलन लाओस में आयोजित किए गए। चीनी उप विदेश मंत्री सुन वेइतोंग ने चीनी प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व कर सम्मेलनों में भाग लिया।

सम्मेलनों के आयोजन के बाद, सुन ने मीडिया को दिए इन्टरव्यू में परिचय देते हुए कहा कि अभी-अभी संपन्न श्रृंखलाबद्ध सम्मेलनों में क्षेत्रीय देशों ने वर्तमान स्थिति में पूर्वी एशिया तंत्र की सही विकास दिशा समझने और विभिन्न क्षेत्रों में व्यावहारिक सहयोग को बढ़ावा देने पर गहन आदान-प्रदान किया है और व्यापक सहमति प्राप्त किए, जिसने इस वर्ष पूर्वी एशिया सहयोग नेताओं के सम्मेलन और विदेश मंत्रियों के सम्मेलन के लिए तैयारी की है।

सुन वेइतोंग के मुताबिक, मौजूदा सम्मेलनों में फिलिस्तीन-इजरायल संघर्ष, यूक्रेन संकट, कोरियाई प्रायद्वीप, म्यांमार, जलवायु परिवर्तन, नेटवर्क सुरक्षा, कृत्रिम बुद्धिमत्ता आदि अंतर्राष्ट्रीय और क्षेत्रीय मुद्दों तथा उभरते क्षेत्रों में सहयोग पर विचारों का आदान-प्रदान किया गया। चीन ने प्रासंगिक मुद्दों पर अपना सैद्धांतिक रुख स्पष्ट किया और चीन के संबंध में संयुक्त राज्य अमेरिका और पश्चिम की भ्रांतियों का सख्ती से खंडन किया है।

सुन वेइतोंग के मुताबिक, वरिष्ठ अधिकारियों के सम्मेलनों में चीन ने इस बात पर जोर दिया कि एशिया-प्रशांत शांतिपूर्ण विकास के लिए एक उच्च भूमि है। चीन आसियान के केंद्रीय स्थान का समर्थन करता है, आसियान तरीके से क्षेत्रीय सुरक्षा सहयोग को बढ़ावा देने का समर्थन करता है, शांतिपूर्ण तरीकों से मतभेदों और विवादों के समाधान का समर्थन करता है, और समानता व सहयोग की सुरक्षा अवधारणा की स्थापना का आह्वान करता है। विभिन्न पक्षों को सामान्य सुरक्षा हितों की रक्षा के लिए साइबर सुरक्षा, जलवायु परिवर्तन और कृत्रिम बुद्धिमत्ता जैसी उभरती चुनौतियों पर सक्रिय रूप से प्रतिक्रिया देनी चाहिए।

सुन वेइतोंग ने यह भी कहा कि दक्षिण चीन सागर मुद्दे के संबंध में चीन का कहना है कि वर्तमान में दक्षिण चीन सागर में सबसे बड़ी सुरक्षा चुनौती क्षेत्र के बाहर से आती है। दक्षिण चीन सागर द्वीपों पर चीन की निर्विवाद संप्रभुता है और वह "दोहरे ट्रैक दृष्टिकोण" के अनुसार दक्षिण चीन सागर में संबंधित पक्षों के साथ बातचीत और परामर्श के माध्यम से विवादों को उचित रूप से प्रबंधित करने के लिए प्रतिबद्ध है।

सुन वेइतोंग के अनुसार, क्षेत्र में अमेरिका द्वारा मध्यम दूरी की मिसाइल प्रणालियों की तैनाती के संबंध में चीन ने बताया कि अमेरिकी दृष्टिकोण ने इस क्षेत्र को हथियारों की होड़ के भंवर में डाल दिया है और पूरे एशिया-प्रशांत क्षेत्र को भू-राजनीतिक संघर्षों की छाया में डाल दिया है। इसने इतिहास को गंभीर रूप से पीछे धकेल दिया है, क्षेत्र में राष्ट्रीय सुरक्षा को गंभीर रूप से खतरे में डाल दिया है, और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को गंभीर रूप से नष्ट कर दिया है।

(श्याओ थांग)

रेडियो प्रोग्राम