जितने अधिक देश "छह सूत्रीय सहमति" का समर्थन करेंगे, शांति की संभावनाएं उतनी ही उज्ज्वल होंगी:वांग यी

2024-06-05 11:04:24

चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने 4 जून को पेइचिंग में तुर्की के विदेश मंत्री हैकन फिदान के साथ संयुक्त रूप से संवाददाताओं से मुलाकात की। उन्होंने यूक्रेन संकट के समाधान पर चीन के बुनियादी प्रस्तावों के बारे में विस्तार से बताया।

वांग यी ने कहा कि यूक्रेन मुद्दे पर चीन का रुख शांति और वार्ता को बढ़ावा देना है, जो अटल और सुसंगत है। यह रुख संकट के प्रारंभिक चरण में चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग द्वारा प्रस्तावित "चार सूत्रीय सुझाव" पर आधारित है। पहला यह है कि सभी देशों की संप्रभुता और प्रादेशिक अखंडता का सम्मान किया जाना चाहिए। साथ ही, संकट के शांतिपूर्ण समाधान के लिए अनुकूल सभी प्रयास का समर्थन किया जाना चाहिए।

हालाँकि शांति वार्ता की शर्तें अभी भी पूरी नहीं हुई हैं, लेकिन शांति के लिए चीन के प्रयास एक पल के लिए भी नहीं रुकेंगे। हम शांति सम्मेलन की तैयारी में स्विट्जरलैंड के काम को बहुत महत्व देते हैं और कई बार स्विट्जरलैंड को रचनात्मक सुझाव दिए हैं, जिसके लिए स्विट्जरलैंड ने सकारात्मक टिप्पणियां और धन्यवाद व्यक्त किया है। आज दुनिया में कई सम्मेलन हैं, चीन अपनी स्थिति के आधार पर स्वतंत्र रूप से निर्णय लेगा कि उसे भाग लेना है या नहीं।

वांग यी ने इस बात पर जोर दिया कि यूक्रेन संकट पर दुनिया को अब अधिक वस्तुनिष्ठ, संतुलित, सकारात्मक और रचनात्मक आवाज उठाने की जरूरत है। इस उद्देश्य से, चीन और ब्राज़ील ने हाल ही में यूक्रेनी संकट के राजनीतिक समाधान को बढ़ाने के लिए संयुक्त रूप से "छह-सूत्रीय सहमति" जारी की। केवल एक सप्ताह में, पांच महाद्वीपों के 45 देशों ने अलग-अलग तरीकों से "छह सूत्रीय सहमति" पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है, और उनमें से 26 ने अपनी भागीदारी की पुष्टि की या गंभीरता से अध्ययन कर रहे हैं कि इसमें कैसे शामिल होना है। रूस और यूक्रेन ने भी सहमति के अधिकांश विषयों को मान्यता दी है। इससे एक बार फिर पता चलता है कि "छह-सूत्रीय सहमति" अधिकांश देशों की आम अपेक्षाओं को पूरा करती है।

चीन का मानना है कि जितने अधिक देश "छह-सूत्रीय सहमति" का समर्थन करेंगे, वास्तविक शांति वार्ता बुलाने की तारीख उतनी ही करीब होगी और शांति प्राप्त करने की संभावना उतनी ही उज्ज्वल होगी। (मीनू)

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