चीन ने सुरक्षा परिषद से राफ़ा स्थिति के संबंध में एक प्रस्ताव पारित करने का आह्वान किया
संयुक्त राष्ट्र स्थित चीन के स्थाई प्रतिनिधि फू छोंग ने 29 मई को सुरक्षा परिषद के सभी सदस्यों से राजनीतिक गणनाओं से छुटकारा पाने, जीवन बचाने को पहले रखने और गाज़ा पट्टी में राफ़ा में स्थिति के संबंध में जल्द से जल्द एक प्रस्ताव पारित करने में सुरक्षा परिषद का समर्थन करने का आह्वान किया।
फू छोंग ने उस दिन फ़िलिस्तीन-इज़रायल मुद्दे पर सुरक्षा परिषद की सार्वजनिक बैठक में कहा कि पिछले कुछ समय से अंतर्राष्ट्रीय समुदाय राफ़ा की स्थिति पर बहुत ध्यान दे रहा है और बार-बार तत्काल युद्धविराम का आह्वान किया है। सुरक्षा परिषद ने इस मुद्दे पर कई बार विचार-विमर्श किया और स्पष्ट रूप से एक कड़ा संदेश दिया है कि राफ़ा पर किसी भी हमले की अनुमति नहीं दी जाएगी। अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय ने अस्थायी उपायों पर एक आदेश जारी किया जिसमें इज़राइल से नरसंहार की रोकथाम और सजा पर कन्वेंशन का पालन करने और राफ़ा के खिलाफ सैन्य हमले को तुरंत रोकने की मांग की गई। इसके बावजूद, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के कड़े विरोध लगातार ख़ारिज़ करते हुए इज़राइल ने गाझ़ा पट्टी में एक दर्जन से अधिक शरणार्थी शिविरों पर बमबारी की, जिससे बड़ी संख्या में आम लोगों की मौत हो गई। चीन इसकी कड़ी निंदा करता है। चीन 28 तारीख को अल्जीरिया द्वारा प्रसारित मसौदा प्रस्ताव का समर्थन करता है। यह मसौदा प्रस्ताव अंतरराष्ट्रीय समुदाय के जबरदस्त आह्वान का जवाब देता है और यह न्यूनतम कार्रवाई है जो सुरक्षा परिषद को इस समय करनी चाहिए।
फू छोंग ने कहा कि गाज़ा में मानवीय आपदा को कम करने के लिए व्यवहारिक कार्रवाई की जानी चाहिए। मध्य पूर्व मुद्दे को हल करने का मूल तरीका "दो-राज्य समाधान" को लागू करना है। चीन फ़ीलिस्तीन को जल्द से जल्द संयुक्त राष्ट्र का पूर्ण सदस्य बनाने का समर्थन करता है।
(वनिता)