नए युग में रूस-चीन व्यापक रणनीतिक साझेदारी के उज्ज्वल भविष्य का सह-निर्माण करें- व्लादिमीर पुतिन
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन 16 से 17 मई तक चीन की राजकीय यात्रा करेंगे। इसकी पूर्व संध्या में उन्होंने मास्को में चीनी समाचार एजेंसी शिन्हुआ को दिए एक विशेष लिखित साक्षात्कार में कहा कि रूस और चीन आर्थिक और सांस्कृतिक क्षेत्रों में समान और पारस्परिक रूप से लाभप्रद सहयोग का विस्तार करने के माध्यम से दोनों देशों की समृद्धि और विकास को बढ़ावा देते हैं। विदेश नीति समन्वय को मजबूत करने के माध्यम से एक निष्पक्ष बहु-ध्रुवीय विश्व व्यवस्था की स्थापना को बढ़ावा देते हैं। ये नए युग में रूस-चीन व्यापक रणनीतिक साझेदारी के उज्ज्वल भविष्य को निर्धारित करते हैं।
पुतिन ने कहा कि रूस-चीन साझेदारी हमेशा समानता, आपसी विश्वास, आपस में संप्रभुता का सम्मान और एक-दूसरे के हितों पर विचार के सिद्धांतों पर आधारित रही है। रूसी और चीनी लोगों के बीच दोस्ती और सहयोग की एक लंबी और गहरी परंपरा है, जो द्विपक्षीय संबंधों की सबसे महत्वपूर्ण नींव में से एक है। आज, रूस-चीन संबंध सर्वकालिक उच्चतम स्तर पर पहुंच गए हैं और गंभीर अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों के बावजूद भी दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत होते जा रहे हैं।
द्विपक्षीय व्यावहारिक आर्थिक और व्यापारिक सहयोग के बारे में बात करते हुए, पुतिन ने कहा कि रूस-चीन आर्थिक और व्यापारिक संबंध तेजी से विकसित हुए हैं और बाहरी चुनौतियों व संकटों का जवाब देने की उनकी निरंतर क्षमता का प्रदर्शन किया है। पिछले पांच वर्षों में, दोनों देशों के बीच व्यापार की मात्रा दोगुनी हो गई है। चीन लगातार 13 वर्षों से रूस का सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार रहा है, और साल 2023 में चीन के व्यापारिक भागीदारों की रैंकिंग में रूस चौथे स्थान पर पहुंच गया। इसके अलावा, दोनों देशों में कंपनियों के बीच 90 प्रतिशत से अधिक निपटान स्थानीय मुद्राओं में किए जाते हैं।
पुतिन ने जोर देकर कहा कि वह रूस-चीन आर्थिक संबंधों की भव्य संभावनाओं को लेकर आश्वस्त हैं। रूस और चीन उद्योग, उच्च प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष, परमाणु ऊर्जा का शांतिपूर्ण उपयोग, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, नवीकरणीय ऊर्जा आदि नवीन क्षेत्रों में अधिक घनिष्ठ सहयोग करने का प्रयास करेंगे। साथ ही, परिवहन और वित्तीय बुनियादी ढाँचे के विकास के लिए लगातार अच्छी कानूनी और संगठनात्मक स्थितियाँ बनाएंगे।
अपने लिखित इन्टरव्यू में पुतिन ने अंतर्राष्ट्रीय मंच पर रूस और चीन के बीच सहयोग की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा कि दोनों देश अंतरराष्ट्रीय एजेंडे के प्रमुख मुद्दों पर समान रुख रखते हैं, अंतरराष्ट्रीय कानून की प्रमुख भूमिका का समर्थन करते हैं, संतुलित, अविभाज्य, व्यापक और सतत वैश्विक और क्षेत्रीय सुरक्षा के निर्माण की वकालत करते हैं, और साथ ही, दोनों देश संयुक्त राष्ट्र की मुख्य समन्वय भूमिका निभाते हैं।
वर्तमान में, ब्रिक्स और शांगहाई सहयोग संगठन (एससीओ) जैसे बहुपक्षीय तंत्र वैश्विक शासन प्रणाली में सुधार को बढ़ावा देने के लिए समानता, खुलेपन, पारदर्शिता और समावेशिता की भावना में "ग्लोबल साउथ" के देशों को एकजुट कर रहे हैं। इस वर्ष ब्रिक्स की आवर्ती अध्यक्षता रूस के पास है। पुतिन ने कहा कि ब्रिक्स के अध्यक्ष के रूप में रूस का एक मुख्य लक्ष्य ब्रिक्स में नए सदस्यों के एकीकरण को बढ़ावा देना और उन्हें मौजूदा सहयोग तंत्र में एकीकृत करने में सक्रिय रूप से मदद करना है। एक अन्य फोकस वैश्विक मामलों में ब्रिक्स देशों के अधिकार को मजबूत करने और अधिक लोकतांत्रिक, स्थिर और न्यायपूर्ण अंतरराष्ट्रीय संबंध प्रणाली के निर्माण को बढ़ावा देने की उनकी क्षमता को बढ़ाने के लिए समन्वय कार्य जारी रखना है।
(श्याओ थांग)