भारत में नए चीनी राजदूत ने संबंध सुधारने पर बल दिया

2024-05-11 15:46:26

भारत पहुंचने से पहले चीन के नवनियुक्त राजदूत श्यू फेईहोंग ने 7 मई को राजधानी पेइचिंग में चाइना ग्लोबल टेलीविज़न नेटवर्क (सीजीटीएन) और पीटीआई को एक संयुक्त इंटरव्यू दिया। जिसके अवसर पर श्यू ने भारतीय राजदूत के रूप में नियुक्त होने पर अपनी पहली प्रतिक्रिया साझा की और कहा कि यह एक सम्मानजनक मिशन और एक पवित्र कर्तव्य है। साथ ही उन्होंने कहा कि अपने कार्यकाल के दौरान वह चीन और भारत के संबंधों में सुधार लाने के लिये पूरी तरह से प्रयास करेंगे।  

चीन और भारत के संबंध को ज़िक्र करते हुए श्यू फेईहोंग ने कहा कि चीन और भारत दोनों ही प्राचीन सभ्यताओं का दावा करते हैं और एक-दूसरे के महत्वपूर्ण पड़ोसी हैं। साथ ही दोनों देश दुनिया के सबसे बड़े विकासशील और उभरते बाजार वाले देश भी हैं।

श्यू ने कहा कि जैसा कि चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कहा था कि अगर चीन और भारत एक आवाज में बोलेंगे तो पूरी दुनिया सुनेगी, अगर दोनों देश हाथ मिलाएंगे तो पूरी दुनिया ध्यान देगी। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि वह अपने कार्यकाल के दौरान दोनों देशों के रिश्तों को चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच पूर्व में बनी सहमति के हिसाब से आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि वह भारत के सभी क्षेत्रों के दोस्तों तक पहुंचेंगे, दोनों पक्षों के बीच समझ और विश्वास को बढ़ाएंगे, विभिन्न क्षेत्रों में आदान-प्रदान और सहयोग बहाल करने के लिए काम करेंगे, और एक मजबूत और स्थिर स्थिति के लिए अनुकूल परिस्थितियां तैयार करेंगे। उन्होंने आगे आश्वासन देते हुए कहा कि यह दोनों देशों, क्षेत्र और यहां तक कि पूरी दुनिया के हित में है। साथ ही दोनों देशों के लोग और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय भी यही देखने की उम्मीद करते हैं।

उधर, दोनों देशों के बीच सीमा मुद्दों के बारे में श्यू ने कहा कि फिलहाल भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चीन-भारत संबंधों के बारे में अपना रुख जाहिर करते हुए कहा कि चीन के साथ संबंध भारत के लिए महत्वपूर्ण और अहम है, लेकिन सीमा विवाद को हल करने की ज़रूरत है।

इसकी चर्चा करते हुए श्यू फेईहोंग ने कहा कि उन्होंने मोदी के इस महत्वपूर्ण बयान पर ध्यान दिया है। साथ ही, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने तुरंत ही मोदी के इस रुख पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी है। श्यू ने आगे कहा कि चीन-भारत संबंधों को किसी एक मुद्दे या क्षेत्र से परिभाषित नहीं किया जा सकता। सीमा मुद्दे चीन-भारत संबंधों की पूरी कहानी नहीं हैं। वर्तमान में चीन-भारत सीमा पर मौजूदा स्थिति आम तौर पर स्थिर और नियंत्रणीय है। दोनों देशों के सीमा क्षेत्र में शांतिपूर्ण स्थिति बनी हुई है। चीन एक-दूसरे की चिंताओं को समायोजित करने और बातचीत एवं परामर्श के माध्यम से संबंधित विशिष्ट मुद्दों पर शीघ्र पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान तक पहुंचने के लिए भारत के साथ काम करने को इच्छुक है।

श्यू ने आगे कहा कि पूर्व में राष्ट्रपति शी चिनफिंग और भारतीय प्रधानमंत्री मोदी के बीच यह सहमति बनी थी कि भारत और चीन प्रतिस्प‌र्द्धी नहीं है बल्कि विकास में सहयोगी हैं। उन्होंने कहा कि दोनों देश एक दूसरे के लिए विकास की कई संभावनाएं पैदा करते हैं। दोनो देशों के द्विपक्षीय रिश्तों के लिए यही बात आधार होनी चाहिए।

साथ ही, श्यू ने भारत में चल रहे आम चुनाव के लिये भी बधाई संदेश भेज दिया है। उन्होंने कहा कि आम चुनाव किसी भी देश के लिए सबसे महत्वपूर्ण राजनीतिक एजेंडा होते हैं। ऐसे महत्वपूर्ण क्षण में उसे भारत में नए चीनी राजदूत के रूप में नियुक्त किया गया है। चुनाव के बाद नई सरकार बनायी जाएगी। उन्होंने आश्वासन दिया है कि चुनाव के बाद नई सरकार के नेतृत्व में भारत सभी क्षेत्रों में नये विकास और उपलब्धियां हासिल कर सकता है।

बता दें कि श्यू फेईहोंग ने 10 मई को दिल्ली पहुंचकर अपना कार्यकाल शुरू किया है। वह भारत में चीन के 17वें राजदूत हैं।

(रमेश शर्मा)

  

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