शी चिनफिंग ने पेरिस में लिखित भाषण दिया

2024-05-05 22:58:44

चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने 5 मई को फ्रांस की राजधानी पेरिस स्थित ओरली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लिखित भाषण दिया।

इस मौके पर शी चिनफिंग ने कहा कि फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के निमंत्रण पर मैं तीसरी बार फ्रांस जाकर बहुत खुश हूं। वर्ष 2014 और वर्ष 2019 में मैंने दो बार फ्रांस की यात्रा की थी और फ्रांसीसी लोगों के साथ चीन-फ्रांस कूटनीतिक संबंधों की स्थापना की 50वीं और 55वीं वर्षगांठ मनायी। हमारे दोनों देशों के बीच कूटनीतिक संबंधों की स्थापना की 60वीं वर्षगांठ के मौके पर मैं फिर एक बार फ्रांस आता हूं। इस मौके पर मैं चीन सरकार और चीनी लोगों की ओर से फ्रांस सरकार और फ्रांसीसी लोगों को स्नेहपूर्ण अभिवादन और शुभकामनाएं देता हूं।

शी चिनफिंग ने कहा कि पूर्वी और पश्चिमी सभ्यता के महत्वपूर्ण प्रतीक होने के नाते चीन और फ्रांस लंबे समय से एक दूसरे को आकर्षित करते हैं। पिछले 60 सालों में पश्चिमी देशों के साथ चीन के संबंधों में चीन-फ्रांस संबंध हमेशा सबसे आगे रहे हैं, जिसने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के लिए विभिन्न सामाजिक व्यवस्थाओं वाले देशों के बीच शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और समान जीत वाले सहयोग का आदर्श मिसाल खड़ा किया।

शी चिनफिंग ने आगे कहा कि हाल के वर्षों में चीन-फ्रांस संबंधों का उच्च स्तरीय विकास कायम रहा। विमानन, एयरोस्पेस, परमाणु ऊर्जा, कृषि व भोजन और हरित विकास आदि क्षेत्रों में दोनों देशों के बीच सहयोग में लगातार नई उपलब्धियां हासिल हुईं। जलवायु परिवर्तन, जैव विविधता के संरक्षण और वैश्विक शासन में सुधार आदि में दोनों देशों ने घनिष्ठ समन्वय और सहयोग किया। चीन-फ्रांस सांस्कृतिक वर्ष के विषय पर सिलसिलेवार कार्यक्रमों का आयोजन हो रहा है। चीन-फ्रांस संबंधों के विकास से न सिर्फ दोनों देशों के लोगों को लाफ पहुंचा, बल्कि अस्थिर दुनिया में स्थिरता लायी गयी है।

शी चिनफिंग ने कहा कि यात्रा के दौरान मैं राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन के साथ नई स्थिति में चीन-फ्रांस व चीन-यूरोप संबंधों के विकास और मुख्य अंतर्राष्ट्रीय व क्षेत्रीय मामलों पर गहन रूप से विचारों का आदान-प्रदान करेंगे। आशा ह कि यात्रा के जरिए दोनों देशों के बीच परंपरागत मित्रता, आपसी राजनीतिक विश्वास, रणनीतिक सहमति और विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाया जाएगा, ताकि विश्व शांति, स्थिरता और विकास में नया योगदान किया जा सके।

(ललिता)

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