ल्हासा में हो रहा है 2024 चीनी और विदेशी वस्तु मेला
29 अप्रैल से 4 मई तक, तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के विदेशी आर्थिक व्यापारिक संघ के तत्वावधान में 2024 ल्हासा चीनी और विदेशी वस्तु मेला आयोजित किया जा रहा है। देश-विदेश की 108 प्रसिद्ध और उच्च गुणवत्ता वाली कंपनियां प्रदर्शनी में भाग ले रही हैं, जिससे उपभोक्ताओं को खरीदारी का भरपूर अनुभव मिला।
बताया गया है कि इस मेले में प्रदर्शित उत्पादों में तिब्बत में निर्मित कंबल, कपड़े और हस्तशिल्प वस्तुएं, नेपाल से आए कंबल, बुद्ध की मूर्तियाँ और हस्तशिल्प वस्तुएं, तुर्की से आए हस्तनिर्मित चीनी मिट्टी के बर्तन, ईरान से आए केसर और कलात्मक आभूषण, दक्षिण कोरिया से आए हस्तशिल्प वस्तुएं, पाकिस्तान से आए जेड शिल्प, ऑस्ट्रेलिया के खाद्य पदार्थ, थाईलैंड के त्वचा देखभाल उत्पाद आदि शामिल हैं। वस्तुओं की किस्में समृद्ध, विविध और अद्वितीय हैं, जिन्हें तिब्बती उपभोक्ता बेहद पसंद करते हैं।
नेपाल के थांगखा चित्र, बुद्ध की मूर्तियाँ और कंबल आदि स्थानीय उपभोक्ताओं को बहुत पसंद हैं। नेपाल से आई त्सेवांग ड्रोगा चौथी बार ल्हासा आई हैं। उसने कहा कि तिब्बती उपभोक्ता विशेष रूप से कंबल पसंद करते हैं। उसके यहां सभी कंबल सर्वोत्तम गुणवत्ता के हैं, जो सभी हस्तनिर्मित हैं और शुद्ध ऊन से बने हैं। इस बार मेले में प्रदर्शित कंबल पहले की तुलना में भिन्न तत्वों और पैटर्न का उपयोग करते हैं, जिन्हें सभी को पसंद करते हैं। त्सेवांग ड्रोगा ने कहा कि ल्हासा में आयोजित मौजूदा मेले में भाग लेने के लिए वह बहुत खुश है।
बिक्रम नेपाल की राजधानी काठमांडू से हैं। वह दस साल पहले ल्हासा आए थे और इस बार वह वस्तु मेले के माध्यम से ल्हासा आए, जिसकी उन्हें हमेशा से इच्छा थी। वह बहुत खुश थे। उन्होंने कहा कि नेपाल के हस्तशिल्प वस्तुएं पूरी दुनिया में सुप्रसिद्ध हैं। इस बार वह नेपाल से थांगखा चित्र, बुद्ध की मूर्तियाँ, कंबल आदि वस्तुएं लाये हैं, जो सभी हस्तनिर्मित हैं। उन्हें उम्मीद है कि इस मेले में नेपाली वस्तुओं को तिब्बती उपभोक्ताओं का समर्थन और पसंदीदा मिलेगा।
(श्याओ थांग)