प्राचीन ओलंपिया में प्रज्ज्वलित की गई पेरिस 2024 ग्रीष्मकालीन खेलों की ओलंपिक लौ

2024-04-17 10:53:45

पेरिस 2024 ओलंपिक खेलों के लिए जलने वाली ओलंपिक लौ ने अप्रैल 16 को एक पारंपरिक समारोह के दौरान ग्रीस के प्राचीन ओलंपिया में खेलों के जन्मस्थान पर प्रज्ज्वलित होने के बाद अपनी यात्रा शुरू की।

प्राचीन ग्रीस उच्च पुजारिन की भूमिका में अभिनेत्री मैरी मीना ने प्राचीन ग्रीक पौराणिक कथाओं में देवी हेरा के 2,500 साल पुराने मंदिर के सामने बादल छाए रहने के कारण अवतल दर्पण के बजाय एक बैकअप लौ का उपयोग करके मशाल जलाई।

अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) के अध्यक्ष थॉमस बाख ने भाषण देते हुए कहा कि हम युद्ध और संघर्ष के बढ़ते खतरे के साथ कठिन समय से गुज़र रहे हैं। आज ओलंपिक खेल ही एकमात्र ऐसा आयोजन है जो दुनिया को शांतिपूर्ण प्रतिस्पर्धा में एकजुट करता है। अतीत और वर्तमान के ओलंपियन यह शक्तिशाली संदेश भेज रहे हैं कि हम एक ही छत के नीचे शांतिपूर्वक रहते हुए जमकर प्रतिस्पर्धा कर सकते हैं।

समारोह के बाद, पुजारिन ने पहले मशाल वाहक, ग्रीक एथलीट और टोक्यो ओलंपिक पुरुष रोइंग स्वर्ण पदक विजेता स्टेफ़ानोस नटौस्कोस को शांति और गौरव का प्रतीक जलती हुई मशाल और जैतून की शाखा सौंपी।

योजनानुसार करीब 600 मशालधारक ग्रीस में 5,000 किमी तक ओलंपिक लौ लेकर दर्जनों शहरों और पुरातात्विक स्थलों से गुजरेंगे । 8 मई से फ्रांस में ओलंपिक मशाल रेले शुरू होगा और ओलंपिक खेलों के उद्घाटन दिवस, 26 जुलाई को पेरिस में ओलंपिक लौ जलाई जाएगी।

(आलिया)

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