तिब्बत में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर ऐतिहासिक निचले स्तर पर आ गई है
तिब्बत स्वायत्त प्रदेश की जन सरकार के न्यूज़ कार्यालय ने 12 अप्रैल को प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की, जिससे पता चला है कि साल 2023 में, तिब्बत में मातृ मृत्यु दर 38.63/100,000 थी, और शिशु मृत्यु दर 5.37/1,000 थी, जो दोनों ऐतिहासिक निचले स्तर पर आ गये हैं।
सन् 1951 में शांतिपूर्ण मुक्ति के बाद से, तिब्बती मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य सेवाओं में कदम-ब-कदम सुधार हुआ है। इधर के सालों में, गर्भवती और मातृ महिलाओं और शिशुओं के स्वास्थ्य के लिए कई उपाय और नीतियां उपनाई गयी हैं।
तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के स्वास्थ्य आयोग की सीपीसी समिति के सचिव थान श्यांगतोंग के मुताबिक, चूँकि तिब्बत महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य अधिकारों को बहुत महत्व देता है, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य के मुख्य संकेतकों में सुधार जारी है। मातृ मृत्यु दर साल 1951 में 5,000/100,000 से घटकर 38.63/100,000 हो गई। शिशु मृत्यु दर साल 1951 में 430‰ से गिरकर 5.37‰ हो गई, और गर्भवती महिलाओं की अस्पताल में प्रसव दर बढ़कर 99.15 प्रतिशत हो गई।
बताया गया है कि वर्तमान में, तिब्बत में 1,821 चिकित्सा और स्वास्थ्य संस्थान हैं। चिकित्सा संस्थानों में बिस्तरों की संख्या बढ़कर 22 हज़ार हो गई है। प्रति 1,000 लोगों पर अभ्यास करने वाले डॉक्टरों की संख्या बढ़कर 3.34 हो गई है। टेलीमेडिसिन सेवा प्लेटफ़ॉर्म पूरे तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के प्रत्येक टाउनशिप स्वास्थ्य केंद्र को कवर करता है।
(श्याओ थांग)