तिब्बत के कई आर्थिक संकेतकों की वृद्धि दर में देश में अग्रणी है
तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के सांख्यिकी ब्यूरो द्वारा हाल ही में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि साल 1959 में तिब्बत में लोकतांत्रिक सुधार के बाद से लेकर अब तक, पिछले 65 वर्षों में तिब्बती अर्थव्यवस्था ने छलांग लगाकर विकास हासिल किया है।
आंकड़ों के मुताबिक, साल 1959 से साल 2023 तक, तिब्बत की जीडीपी 17.4 करोड़ युआन से बढ़कर 239.267 अरब युआन तक हो गई, जिसकी औसत वार्षिक वृद्धि दर 9.2 प्रतिशत थी। प्रति व्यक्ति जीडीपी तत्काल के 142 युआन से बढ़कर अब तक के 65,642 युआन तक हो गयी।
बताया गया है कि देश द्वारा तिब्बत में निवेश बढ़ाये जाने के कारण, स्वायत्त प्रदेश में परिवहन, ऊर्जा, जल संरक्षण आदि बुनियादी ढांचे का निर्माण तेजी से आगे बढ़ा है, संबंधित सहायता स्थितियों में लगातार सुधार किया जा रहा है, तिब्बत में विकास की गति में काफी वृद्धि हुई है। साल 2023 में पूरे तिब्बत स्वायत्त प्रदेश में आम सार्वजनिक बजट राजस्व 23.662 अरब युआन तक पहुंच गया है, यहां आधुनिक उद्योग के तेजी से विकसित होने और आत्म-विकास क्षमताओं में लगातार सुधार होने वाला नया पैटर्न बना है।
यह भी बताया गया है कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की 18वीं राष्ट्रीय कांग्रेस (नवंबर साल 2012 में आयोजित) के बाद से, तिब्बत ने ऐतिहासिक रूप से पूर्ण गरीबी को समाप्त कर दिया है और आर्थिक विकास में एक नई छलांग लगाई है। 2012 से 2023 तक, तिब्बत की आर्थिक विकास दर लगातार कई वर्षों से देश में शीर्ष पर है। सभी निवासियों की प्रति व्यक्ति प्रयोज्य आय 11.7 प्रतिशत की औसत वार्षिक दर से बढ़ी, जो इसी अवधि के दौरान आर्थिक विकास दर से 3 प्रतिशत अधिक थी। साल 2023 में, प्रति व्यक्ति की जीडीपी 65 हज़ार युआन से अधिक हो गई, जिसमें 40 हज़ार युआन से अधिक की संचयी वृद्धि हुई, जो सबसे बड़ी वृद्धि वाली अवधि थी।
तिब्बत स्वायत्त प्रदेश के सांख्यिकी ब्यूरो के मुताबिक, तिब्बत में द्वितीयक उद्योग तेजी से विकसित हुआ है, यहां प्रारंभिक तौर पर तिब्बती जातीय विशेषताओं से समृद्ध औद्योगिक उत्पादन प्रणाली बनाई गई है। वहीं, तृतीयक उद्योग का पैमाना दिन-ब-दिन बढ़ रहा है, साल 2023 में, आर्थिक वृद्धि में तृतीयक उद्योग का योगदान 57.6 प्रतिशत तक पहुंच गया, और यह तिब्बत के आर्थिक विकास के लिए एक नया इंजन बन गया है।
यह भी कहा गया कि साल 2023 में, तिब्बत के कई मुख्य आर्थिक संकेतक देश की विकास दर में आगे थे। क्षेत्रीय जीडीपी वृद्धि दर राष्ट्रीय औसत से 4.3 प्रतिशत अधिक थी, शहरी और ग्रामीण निवासियों की प्रति व्यक्ति प्रयोज्य आय की वृद्धि दर राष्ट्रीय औसत से क्रमशः 1.4 और 1.7 प्रतिशत अधिक थी, अचल संपत्ति निवेश की वृद्धि दर राष्ट्रीय औसत से 32.1 प्रतिशत ज्यादा थी, उपभोक्ता वस्तुओं की कुल खुदरा बिक्री की वृद्धि दर राष्ट्रीय औसत से 13.9 प्रतिशत अधिक थी। इनके अलावा, तिब्बत में कुल व्यापार के आयात और निर्यात की मात्रा में 138.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
(श्याओ थांग)