अमेरिका के नेतृत्व में क्षेत्र के बाहर के कुछ देश दक्षिण चीन सागर में एक छोटा घेरा बनाना जारी रखे हुए हैं- चीनी विदेश मंत्रालय

2024-04-10 17:17:15

अमेरिकी राष्ट्रपति के राष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के सहायक जेक सुलिवान ने हाल ही में कहा कि पिछले हफ्ते, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, फिलीपींस और जापान ने दक्षिण चीन सागर में संयुक्त सैन्य अभ्यास किया, जिसके बाद और अधिक संयुक्त गश्त की जाएगी।

इसके अलावा, फिलीपींस के राष्ट्रपति फर्डिनेंड रोमुअलडेज़ मार्कोस ने कहा कि जल्द ही आयोजित अमेरिका-जापान-फिलीपींस शिखर सम्मेलन में "दक्षिण चीन सागर में सुरक्षा और नौवहन की स्वतंत्रता" बनाए रखने के लिए एक समझौते पर चर्चा की जाएगी।

चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने 10 अप्रैल को पेइचिंग में आयोजित एक नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि किसी भी बाहरी ताकत के हस्तक्षेप से अपनी प्रादेशिक संप्रभुता और समुद्री अधिकारों व हितों की रक्षा के लिए चीन के दृढ़ संकल्प और इच्छाशक्ति पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

उन्होंने बल देते हुए कहा कि दक्षिण चीन सागर में नौवहन की स्वतंत्रता को लेकर कोई समस्या नहीं है। चीन और आसियान के संयुक्त प्रयासों की बदौलत, दक्षिण चीन सागर ने मूल रूप से शांति और स्थिरता बनाए रखी है।

माओ निंग ने यह भी कहा कि नानशा द्वीप समूह चीन की अंतर्निहित भूमि है। समुद्र में चीन के अधिकार संरक्षण और कानून प्रवर्तन उपायों का उद्देश्य इसकी प्रादेशिक संप्रभुता और समुद्री अधिकारों व हितों की रक्षा करना है, और ये वैध, कानूनी और निंदा से परे हैं।

चीनी प्रवक्ता ने कहा कि हाल ही में, दक्षिण चीन सागर में बढ़ती स्थिति का अमेरिका के हस्तक्षेप से गहरा संबंध है। यदि अमेरिका ईमानदारी से दक्षिण चीन सागर में शांति और स्थिरता की आशा करता है, तो उसे संघर्ष और टकराव भड़काना, गुट बनाना बंद कर देना चाहिए।

(श्याओ थांग)

रेडियो प्रोग्राम