दक्षिण चीन सागर में स्थिति को बाधित करने के लिए एक मोहरा न बने फिलीपींस

2024-04-08 14:26:08

7 अप्रैल को अमेरिका, जापान, ऑस्ट्रेलिया और फिलीपींस ने दक्षिण चीन सागर में पहला संयुक्त समुद्री सैन्याभ्यास आयोजित किया। फिलीपीन मीडिया ने बताया कि चार देशों के संयुक्त सैन्य शक्ति प्रदर्शन का उद्देश्य चीन पर अंकुश लगाना है।

पिछले साल से, फिलीपींस दक्षिण चीन सागर में परेशानी पैदा कर रहा है और बार-बार चीन के ह्वांगयान द्वीप और रेनाईचाओ (रेनाई रीफ) के पास पानी में घुसपैठ करता रहा है। इस साल 21 मार्च को फिलीपींस के 34 लोगों ने चीन की चेतावनियों को नजरअंदाज किया और वे अवैध रूप से चीन के थिएश्येनचाओ (थिएश्येन रीफ) पर चढ़ गए। 4 अप्रैल को   फिलीपींस के कई जहाजों ने चीन के नानशा द्वीप समूह में होथंगचाओ (इरोक्वाइस रीफ) से सटे पानी में अवैध गतिविधियां कीं। चीनी नौसेना ने उन्हें रोका। दक्षिण चीन सागर में फिलीपींस की कई उकसावे की कार्रवइयों का उद्देश्य क्या है? कुछ विश्लेषकों ने बताया कि फिलीपींस लगातार परेशानी पैदा करके और दक्षिण चीन सागर मुद्दे को भड़काकर चीन के लिए तथाकथित "परेशानी" पैदा करना चाहता है।

इसके पीछे मुख्य कारण अमेरिका जैसी बाहरी ताकतों का समर्थन है। सैन्य और सुरक्षा के मामले में फिलीपींस बाहरी शक्तियों पर बहुत अधिक निर्भर करता है। ये बाहरी देश सहायता, संयुक्त सैन्याभ्यास, संयुक्त गश्त आदि प्रदान करते हैं। फिलीपींस की दक्षिण चीन सागर नीति अमेरिका के लिए चीन को दबाने का एक आधिपत्य साधन बन रही है, और खुद को भी एक खतरनाक रास्ते पर ले जा रही है।

हालांकि फिलीपीन सीनेट की विदेश संबंध समिति की अध्यक्ष इमी मार्कोस को इसकी स्पष्ट समझ है। उन्होंने कहा कि फिलीपीन सरकार द्वारा अमेरिका और पश्चिम से रक्षा और समुद्री सुरक्षा के दान को स्वीकार करना "विदेशी हस्तक्षेप वाले कई ट्रोजन हॉर्सों का स्वागत करने" के समान है, जिससे दीर्घकालिक संघर्ष हो सकते हैं। उन्होंने फिलीपीन सरकार से चीन के साथ आपसी समझ को बढ़ावा देने का आग्रह किया। यह कई आसियान देशों के नीतिगत रुख के अनुरूप है।

अप्रैल से आसियान देशों के नेताओं ने चीन की व्यापक रूप से यात्रा शुरू की है। इंडोनेशिया के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति प्रबोवो सुबिआंतो ने चीन की अपनी पहली यात्रा की और इंडोनेशिया और चीन के बीच घनिष्ठ संबंधों के विकास का पूर्ण समर्थन व्यक्त किया। लाओस के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री, वियतनामी विदेश मंत्री और थाईलैंड की राजकुमारी महा चक्रि सिरिंधोर्न ने क्रमशः चीन का दौरा किया। आसियान देशों की चीन यात्राएं चीन और आसियान के बीच निरंतर घनिष्ठ संबंधों का सच्चा प्रतिबिंब हैं।

तो लोगों ने देखा कि एक ओर, अधिकांश आसियान देश क्षेत्रीय शांति और स्थिरता बनाए रखने और क्षेत्रीय सहयोग और आर्थिक एकीकरण को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। दूसरी ओर, बाहरी शक्तियों की प्रेरणा और समर्थन के साथ फिलीपींस दक्षिण चीन सागर में स्थिति को बाधित करने के लिए एक मोहरा बनने को तैयार है। यह पूरे क्षेत्र की इच्छा के विपरीत है।

फिलीपींस एशिया का फिलीपींस और आसियान का फिलीपींस है। इसे दक्षिण पूर्व एशियाई परिवार में लौटना चाहिए, इतिहास की प्रवृत्ति का पालन करना चाहिए, रणनीतिक स्वतंत्रता का पालन करना चाहिए और क्षेत्रीय शांति और स्थिरता की रक्षा करनी चाहिए।

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