दक्षिण तिब्बत प्राचीन काल से ही चीन का क्षेत्र रहा है

2024-03-28 19:37:32

28 मार्च को दोपहर बाद चीनी रक्षा मंत्रालय ने नियमित संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया। रक्षा मंत्रालय के प्रेस विभाग के प्रमुख, रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता वू छन ने संवाददाताओं के सवालों के जवाब दिये।

रिपोर्ट के अनुसार भारतीय रक्षा मंत्रालय ने हाल ही में कहा कि "अरुणाचल प्रदेश" भारत का अभिन्न अंग है। साथ ही इसने चीन के इस दावे को "हास्यास्पद" बताया कि दक्षिण तिब्बत चीन का एक क्षेत्र है। उधर अमेरिका का यह भी दावा है कि "अरुणाचल प्रदेश" भारतीय क्षेत्र है और वह सैन्य या नागरिक तरीकों से वास्तविक नियंत्रण रेखा को तोड़ने का विरोध करता है।

इसकी चर्चा में वू छन ने कहा कि दक्षिण तिब्बत प्राचीन काल से ही चीनी क्षेत्र रहा है। यह एक निर्विवाद तथ्य है। "अरुणाचल प्रदेश" कहां से आया?

वू छन के अनुसार अन्य देशों के बीच विवाद भड़काने और अपने स्वार्थ लाभ पाने में अमेरिका का ऐतिहासिक रिकॉर्ड बहुत खराब रहा है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय इसे बहुत स्पष्ट रूप से देखता है। चीन और भारत के पास सीमा संबंधी संपूर्ण तंत्र और संचार चैनल हैं। दोनों पक्षों को बातचीत और वार्ता के माध्यम से सीमा मुद्दों को उचित रूप से हल करने की क्षमता और इच्छा है।

चंद्रिमा

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