भारत के अवैधिक कब्जे से पहले त्सांग नान पर चीन का प्रभावी प्रशासनिक प्रबंध रहता थाः चीनी विदेश मंत्रालय

2024-03-26 10:04:57

चीन भारत सीमा पर भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के हालिया कथन के प्रति चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन च्येन ने 25 मार्च को हुई प्रेस वार्ता में बताया कि चीन-भारत सीमा कभी भी रेखांकित नहीं की गयी। चीन भारत सीमा पूर्वी ,मध्यम व पश्चिमी सेक्टर और सिक्किम सेक्टर में विभाजित है । पूर्वी सेक्टर का त्सांग नान क्षेत्र हमेशा चीन की भूमि रही है ।भारत के अवैधिक कब्जे से पहले त्सांग नान पर चीन का प्रभावी प्रशासनिक प्रबंध रहता था । इस तथ्य से इंकार नहीं किया जा सकता।

प्रवक्ता ने कहा कि वर्ष 1987 में भारत ने गैरकानूनी रूप से कब्जा की गयी चीनी भूमि पर तथाकथित अरुणाचल प्रदेश की स्थापना की ।चीन ने तत्काल बयान जारी कर इसका डटकर विरोध किया और बल दिया कि भारत का यह कदम अवैधिक और अप्रभावी है । चीन के इस पक्ष में कोई बदलाव नहीं आया है ।

(वेइतुंग)

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