तथाकथित "लोकतंत्र शिखर सम्मेलन" लोकतंत्र के विपरीत है: इतालवी न्यायविद

2024-03-19 14:37:49

दक्षिण कोरिया में आयोजित हो रहे तथाकथित तीसरे "लोकतंत्र शिखर सम्मेलन" की चर्चा में इतालवी न्यायविद् फैबियो मार्सेली का मानना है कि तथाकथित "लोकतंत्र शिखर सम्मेलन" लोकतंत्र के विपरीत है।

मार्सेली के अनुसार इस शिखर सम्मेलन को तथाकथित "लोकतंत्र शिखर सम्मेलन" कहा जाता है, लेकिन इसमें भागीदारी का तरीका बिल्कुल भी लोकतांत्रिक नहीं है। क्योंकि भाग लेने वाले सभी देशों का चयन अमेरिका द्वारा किया गया, और यह अमेरिका है जिसका अंतिम निर्णय है कि यह लोकतांत्रिक है या नहीं।

मार्सेली ने कहा कि भाग लेने वाले देशों का पहले से चयन करना लोकतांत्रिक दृष्टिकोण नहीं है। मुझे लगता है कि यह अमेरिका और नाटो के नेतृत्व में पश्चिमी खेमे द्वारा अपने उद्देश्यों के लिए चलाए गए एक प्रसार-प्रचार अभियान की तरह है। लोकतंत्र एक महत्वपूर्ण विषय है, लेकिन यह शिखर सम्मेलन लोकतंत्र के विषय के लिए उपयुक्त नहीं है। यदि हम लोकतंत्र पर चर्चा करना चाहते हैं, तो सभी देशों को भाग लेना चाहिए और किसी भी देश को बाहर नहीं रखा जाना चाहिए।

गौरतलब है कि कई वर्षों से, अमेरिका हर जगह अमेरिकी शैली वाले लोकतंत्र का प्रसार-प्रचार करता रहा है, जो न केवल दुनिया में शांति और विकास लाने में विफल रहा है, बल्कि इसके बजाय अमेरिका द्वारा हस्तक्षेप किए गए देशों में लगातार अशांति फैल रही है।

चंद्रिमा

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