चीन की अर्थव्यवस्था की जीवंतता और लचीलापन दुनिया को और अधिक लाभ पहुंचाएगा

2024-03-06 18:34:14

14वीं एनपीसी का दूसरा सत्र 5 मार्च की सुबह पेइचिंग में उद्घाटित हुआ। ठीक उसी दिन में उद्घाटन समारोह का अवलोकन करने के लिये चीन में तैनात विदेशी दूतों को भी आमंत्रित किया गया था। सीएमजी को साक्षात्कार करते समय कई देशों के राजदूतों व अधिकारियों ने कहा कि वे चीन की अर्थव्यवस्था की जीवन शक्ति और लचीलेपन के बारे में आशावादी हैं, और चीन के निरंतर उच्च गुणवत्ता वाले विकास से दुनिया को और अधिक लाभ मिलेगा।

चीन में स्थित तुर्की के राजदूत इस्माइल हक मौसा ने पिछले साल अप्रैल में पदभार संभाला था। यह पहली बार है कि उन्हें चीन के दो सत्रों को देखने के लिए आमंत्रित किया गया है। उन्होंने कहा कि ये दो सत्र चीन को समझने के लिए एक महत्वपूर्ण खिड़की हैं, जहां से हम चीन के आर्थिक और सामाजिक विकास के सभी पहलुओं को समझ सकते हैं। उनके अनुसार दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में चीन का विकास दुनिया की भलाई से संबंधित है। हाल के वर्षों में, तुर्की और चीन के बीच व्यापार की मात्रा में काफी वृद्धि हुई है। उन्होंने दोनों देशों के बीच संबंधों के और विकास तथा सहयोग क्षेत्रों के और विस्तार की आशा व्यक्त की।

चीन में स्थित श्रीलंकाई दूतावास की स्टाफ सदस्य बोर्निमा ने कहा कि उन्हें दो सत्रों के अनुभव से बहुत कुछ हासिल हुआ। उन्हें आशा है कि चीन न केवल चीन बल्कि दुनिया भर के अन्य देशों और क्षेत्रों के आर्थिक विकास को गति देने के लिए और अधिक नई नीतियां और नए उपाय पेश करेगा।

उरुग्वे लैटिन अमेरिका में चीन का महत्वपूर्ण सहयोगी भागीदार है। पिछले साल नवंबर में, उरुग्वे के राष्ट्रपति को चीन की यात्रा के लिए आमंत्रित किया गया था, और दोनों देशों के बीच संबंधों को व्यापक रणनीतिक साझेदारी में उन्नत किया गया था। चीन में स्थित उरुग्वे दूतावास के मिनिस्टर काउंसलर मार्टिन ऑरलैंडो ने साक्षात्कार में कहा कि चीन के उच्च गुणवत्ता वाले विकास से दुनिया को अधिक लाभ होगा।

चंद्रिमा

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