चीनी शोधकर्ताओं ने दुनिया में पहली बार कॉस्मिक किरणों की उत्पत्ति को प्रमाणित किया

2024-02-26 15:40:34

कॉस्मिक किरणें, जिन्हें ब्रह्मांडीय किरणें भी कहा जाता है, बाहरी अंतरिक्ष से आने वाले आवेशित कण हैं। कॉस्मिक किरणों की उत्पत्ति समकालीन खगोल भौतिकी में सबसे महत्वपूर्ण अत्याधुनिक वैज्ञानिक मुद्दों में से एक है। 26 फरवरी को, चीनी विज्ञान अकादमी के उच्च ऊर्जा भौतिकी संस्थान ने एक बयान जारी कर कहा कि चीनी शोधकर्ताओं ने चीन के सछ्वान प्रांत के तोओछंग में स्थित बेहद ऊंचाई वाली कॉस्मिक किरण वेधशाला ("लासो",LHAASO) के माध्यम से सिग्नस स्टार-बनाने वाले क्षेत्र में एक विशाल अति-उच्च ऊर्जा गामा किरण बुलबुला संरचना की खोज की और पूरे दुनिया में पहले अति-उच्च ऊर्जा कॉस्मिक किरणों की उत्पत्ति आकाशीय पिंड का पहला प्रमाणीकरण किया। पेइचिंग समय के मुताबिक 26 फरवरी को, इस परिणाम को अकादमिक पत्रिका "साइंस बुलेटिन (Science Bulletin)" में एक कवर लेख के रूप में प्रकाशित किया गया है।

बताया जाता है कि चीन के सछ्वान प्रांत के ताओछंग में स्थित बेहद ऊंचाई वाली कॉस्मिक किरण वेधशाला ("लासो",LHAASO) 4,410 मीटर की ऊंचाई पर हाइज़ी पर्वत पर स्थित है, जो चीन में एक प्रमुख राष्ट्रीय वैज्ञानिक व तकनीकी बुनियादी ढांचा है, जिसका मूल कॉस्मिक किरण अवलोकन और अनुसंधान है। यह वेधशाला जुलाई 2021 में पूरी हुई और उच्च-गुणवत्ता व स्थिर संचालन शुरू हुई, जिसे वर्ष 2023 में चीनी राष्ट्रीय स्वीकृति प्राप्त की गयी। यह वेधशाला दुनिया में सबसे संवेदनशील अल्ट्रा-हाई-एनर्जी गामा किरण डिटेक्शन डिवाइस है।

(हैया)

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