ध्रुवीय जीवन की सुरक्षा के लिए प्रयासरत चीन

2024-02-23 15:22:17

ध्रुवीय भालू पृथ्वी पर सबसे बड़े स्थलीय मांसाहारी हैं, जो आर्कटिक की प्रतिष्ठित प्रजातियों में से एक भी हैं। हालाँकि, ध्रुवीय भालू अपने अस्तित्व के लिए गंभीर ख़तरों का सामना कर रहे हैं और जलवायु परिवर्तन से पिघलती समुद्री बर्फ इसका मुख्य कारण है। समुद्री बर्फ ध्रुवीय भालुओं का आवास एवं शिकार स्थल है, जो खाना प्राप्त करने, प्रजनन करने और आराम करने के लिए समुद्री बर्फ पर निर्भर रहते हैं। जैसे-जैसे वैश्विक तापमान बढ़ रहा है और समुद्री बर्फ तेजी से पिघल रही है, ध्रुवीय भालुओं के रहने का वातावरण गंभीर रूप से खतरे में है। बड़ी संख्या में ध्रुवीय भालू खाने की कमी, प्रवासन कठिनाइयों और प्रजनन समस्याओं का सामना कर रहे हैं।

पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखने और पृथ्वी की जैव विविधता की रक्षा के लिए ध्रुवीय भालू और उनके आवास की रक्षा करना बहुत महत्वपूर्ण है। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को ध्रुवीय पारिस्थितिकी तंत्र के महत्व को पूरी तरह से पहचानना चाहिए और संपूर्ण ध्रुवीय पारिस्थितिकी तंत्र की अखंडता व स्थिरता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध होना चाहिए।

अंटार्कटिक संधि के तैयार करने में शामिल देश के रूप में, चीन हमेशा ध्रुवीय संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध रहा है, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि ध्रुवीय भालू जैसे ध्रुवीय जीव और उनके सुंदर बर्फ घरों को संरक्षित किया जा सके। ध्रुवीय संरक्षण में चीन के कुछ प्रमुख प्रयास और उपलब्धियां निम्नलिखित हैं-

पहला, ध्रुवीय अभियान एवं अनुसंधान के क्षेत्र में, चीन अंटार्कटिक और आर्कटिक में वैज्ञानिक अभियानों व अनुसंधान में सक्रिय रूप से भाग लेता है। चीनी वैज्ञानिकों और खोजकर्ताओं ने अंटार्कटिका में छांगछंग (ग्रेट वॉल) स्टेशन की स्थापना की, जो अंटार्कटिका में सबसे लंबे समय तक चलने वाले वैज्ञानिक अनुसंधान स्टेशनों में से एक बना है। साथ ही, चीन ने आर्कटिक क्षेत्र में हुआंग-ह (यैलो रीवर) स्टेशन भी स्थापित किया है और कई वैज्ञानिक अभियान परियोजनाएं संचालित की हैं। ये वैज्ञानिक अभियान ध्रुवीय पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन और जैव विविधता में महत्वपूर्ण डेटा और अंतर्दृष्टि प्रदान करते हैं।

दूसरा, ध्रुवीय पर्यावरण की निगरानी और सुरक्षा के क्षेत्र में, चीन ने वायुमंडल, महासागर, बर्फ जैसे संकेतकों की निगरानी करके ध्रुवीय पर्यावरण के परिवर्तनों व विकास को व्यापक रूप से समझने के लिए अंटार्कटिक एवं आर्कटिक में पर्यावरण निगरानी स्टेशनों की एक श्रृंखला की स्थापना की है। इसलिए, यह ध्रुवीय जलवायु परिवर्तन, पारिस्थितिकी तंत्र की निगरानी, ग्लेशियर अनुसंधान आदि वैश्विक समझ और सुरक्षा के लिए वैज्ञानिक आधार प्रदान करता है। साथ ही, चीन ने भी ध्रुवीय जैव विविधता के संरक्षण में सक्रिय रूप से भाग लिया है, सुरक्षा उपायों की एक श्रृंखला बनाई और लागू की है, वैश्विक ध्रुवीय संरक्षण एजेंडा के निर्माण व कार्यान्वयन को बढ़ावा दिया है और ध्रुवीय पारिस्थितिकी तंत्र पर मानव गतिविधियों के प्रभाव को सीमित किया है।

तीसरा, पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में, ध्रुवीय पर्यावरण की रक्षा एवं ध्रुवीय पारिस्थितिक तंत्र के सतत् विकास के लिए, चीन ने संरक्षण उपायों और नीतियों की एक श्रृंखला तैयार की है, ताकि ध्रुवीय क्षेत्रों में संसाधन विकास और प्रदूषण उत्सर्जन को सीमित किया जा सके और ध्रुवीय वन्यजीवों की सुरक्षा प्रणाली को मज़बूत किया जा सके। इसके अलावा, ग्रीनहाउस के उत्सर्जन को कम करने के लिए चीन ने अंतरराष्ट्रीय पहल में सक्रिय रूप से भाग लिया है।

चौथा, ध्रुवीय कानून, विनियम और नीति निर्माण के क्षेत्र में, ध्रुवीय संरक्षण पर अंतर्राष्ट्रीय कानूनों और विनियमों के निर्माण और संशोधन में सक्रिय रूप से भाग लेते हुए, चीन ने ध्रुवीय पर्यावरण की सुरक्षा के लिए अपनी जिम्मेदारियों एवं दायित्वों को स्पष्ट करने के लिए राष्ट्रीय कानूनों और विनियमों की एक श्रृंखला तैयार की है। चीन सरकार ने ध्रुवीय संरक्षण में सार्वजनिक भागीदारी को प्रोत्साहित करने और ध्रुवीय पर्यावरण संरक्षण के प्रति लोगों की जागरूकता व ध्यान बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय नीतियों और उपायों की एक श्रृंखला भी शुरू की है।

पांचवां, अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और बहुपक्षीय तंत्र के क्षेत्र में, चीन अंटार्कटिक संधि प्रणाली और आर्कटिक परिषद के काम में सक्रिय रूप से भाग लेता है, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के साथ सहकारी परियोजनाएं चलाता है, वैज्ञानिक अनुसंधान परिणाम साझा करता है, वैश्विक सहकारी अनुसंधान करता है और ध्रुवीय संरक्षण व सतत् विकास एजेंडा को संयुक्त रूप से बढ़ावा देता है। इसके अलावा, चीन अंतरराष्ट्रीय ध्रुवीय शासन और कानूनी ढांचे के निर्माण में सक्रिय रूप से भाग लेता है। आर्कटिक संधि और अंटार्कटिक संधि के तैयार करने में शामिल देश के रूप में, चीन ने प्रासंगिक प्रोटोकॉल के निर्माण व संशोधन में भी भाग लिया। चीन ध्रुवीय शासन के लिए अंतरराष्ट्रीय नियमों व मानदंडों के निर्माण एवं कार्यान्वयन को बढ़ावा देने के लिए अन्य देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ भी सहयोग करता है।

छठा, ध्रुवीय विज्ञान एवं शिक्षा संवर्धन के क्षेत्र में, चीन ध्रुवीय विज्ञान के विकास और शैक्षिक प्रचार को सक्रिय रूप से बढ़ावा देता है। चीनी वैज्ञानिकों और शैक्षणिक संस्थानों ने जनता के बीच ध्रुवीय ज्ञान को लोकप्रिय बनाने और ध्रुवीय संरक्षण के बारे में लोगों की जागरूकता व समझ में सुधार करने के लिए बड़ी संख्या में लोकप्रिय विज्ञान गतिविधियाँ चलायी हैं।

संक्षेप में, जबकि चीन ध्रुवीय अभियानों को बढ़ावा दे रहा है और प्रकृति के रहस्यों की खोज कर रहा है, यह ध्रुवीय संरक्षण को भी सक्रिय रूप से बढ़ावा दे रहा है। चीन के प्रयासों ने न केवल मानव जाति की ध्रुवीय क्षेत्रों की समझ और सुरक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दिया है, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को एक सकारात्मक उदाहरण भी प्रदान किया है। मानना है कि दुनिया भर के सभी देशों के संयुक्त प्रयासों से, ध्रुवीय संरक्षण अधिक प्रगति कर सकेगा और मानव जाति के गृह ग्रह में अधिक आशा व सुंदरता ला सकेगा।

(हैया)

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