गाजा में युद्धविराम का विरोध करना हत्या जारी रखने को हरी झंडी देने के समान है- चीनी प्रतिनिधि

2024-02-21 11:05:49

संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने 20 फरवरी को गाजा पट्टी में तत्काल मानवीय युद्धविराम के लिए अरब देशों की ओर से अल्जीरिया द्वारा प्रस्तावित एक मसौदा प्रस्ताव पर मतदान किया। लेकिन अमेरिका के विशेष वीटो के कारण मसौदा प्रस्ताव अपनाया नहीं जा सका।

संयुक्त राष्ट्र में चीन के स्थायी प्रतिनिधि चांग च्यून ने वोट के पक्ष में मतदान किया और चीन के रुख के बारे में विस्तार से बताने के लिए एक व्याख्यात्मक भाषण दिया।

उन्होंने कहा कि चीन ने अमेरिका द्वारा मसौदे का वीटो किए जाने पर गहरी निराशा और असंतोष व्यक्त किया। इस मसौदे में गाजा पट्टी में तत्काल युद्धविराम करने, सभी बंदियों की तत्काल रिहाई करने, मानवीय आपूर्ति तक पहुंच सुनिश्चित करने का अनुरोध किया गया और फिलिस्तीनी नागरिकों के जबरन स्थानांतरण का विरोध किया गया। यह न केवल स्थिति की तत्काल आवश्यकता है, बल्कि मानवता की न्यूनतम आवश्यकताओं पर आधारित भी है। इसका सुरक्षा परिषद के सभी सदस्यों द्वारा समर्थन किया जाना चाहिए।

चांग च्यून के अनुसार, मतदान के नतीजे से स्पष्ट है कि यूएन सुरक्षा परिषद में युद्धविराम के मुद्दे पर व्यापक सहमति है, लेकिन अमेरिका ने सुरक्षा परिषद की सर्वसम्मति को खत्म करने के लिए अपने वीटो का इस्तेमाल किया है। अमेरिका के वीटो ने गलत संकेत भेजा और गाजा की स्थिति को और अधिक खतरनाक स्थिति में धकेल दिया है। वर्तमान परिस्थितियों में, तत्काल युद्धविराम के मुद्दे पर निष्क्रिय और टालमटोल करना हत्या जारी रखने को हरी झंडी देने के समान है।

चीनी प्रतिनिधि के मुताबिक, चीन अंतरराष्ट्रीय समुदाय से गाजा के लोगों को जीने का मौका, पूरे मध्य पूर्व के लोगों को शांति का मौका और न्याय का मौका देने के लिए सभी राजनयिक प्रयासों को एकजुट करने का आह्वान करता है।

गौरतलब है कि 20 तारीख के मतदान में, मसौदा प्रस्ताव के पक्ष में 13 वोट मिले, जिनमें चीन भी शामिल था, ब्रिटेन मतदान से अनुपस्थित रहा। यह पिछले साल अक्टूबर में ब्राजील द्वारा प्रस्तावित एक मसौदा प्रस्ताव, दिसंबर में संयुक्त अरब अमीरात द्वारा प्रस्तावित एक मसौदा प्रस्ताव और रूस द्वारा प्रस्तावित एक संशोधन को वीटो करने के बाद, अमेरिका ने चौथी बार गाजा युद्धविराम मुद्दे पर अपनी वीटो शक्ति का प्रयोग किया है।

(श्याओ थांग)

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