अमेरिकी हवाई हमलों की निंदा की सीरिया, इराक और ईरान ने

2024-02-04 16:05:46

स्थानीय समयानुसार 3 फरवरी की सुबह अमेरिकी सेना ने सीरिया और इराक में ईरान समर्थित सशस्त्र संगठनों के ठिकानों पर हवाई हमले किये। सीरिया, इराक और ईरान ने अमेरिकी सेना की कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि इससे राष्ट्रीय संप्रभुता का उल्लंघन हुआ और क्षेत्रीय तनाव बढ़ गया है। इराकी विदेश मंत्रालय ने औपचारिक विरोध दर्ज कराने के लिए इराक में अमेरिकी कार्यवाहक राजदूत को भी बुलाया।

सीरियाई विदेश मंत्रालय ने 3 फरवरी को एक बयान जारी कर कहा कि अमेरिकी हवाई हमलों ने सीरिया की संप्रभुता, राष्ट्रीय भूमि की अखंडता और लोगों की सुरक्षा का उल्लंघन किया है। बयान में इस बात पर जोर दिया गया कि सीरिया अमेरिका के हवाई हमले के सभी बहानों और झूठ को दृढ़ता से खारिज करता है। यह हवाई हमला एक बार फिर साबित करता है कि अमेरिका वैश्विक अस्थिरता का मुख्य स्रोत है, और उसके कार्यों ने मध्य पूर्व क्षेत्र में संघर्षों को "बहुत खतरनाक तरीके से" बढ़ा दिया है।

इराकी विदेश मंत्रालय ने 3 फरवरी को इराक में अमेरिकी कार्यवाहक राजदूत को अमेरिकी हवाई हमलों के खिलाफ औपचारिक रूप से विरोध करने के लिए बुलाया। इराकी विदेश मंत्रालय ने भी उसी दिन एक बयान जारी कर कहा कि ईरान ने इराकी सुरक्षा बलों की सैन्य सुविधाओं पर अमेरिकी हवाई हमले की निंदा की। 

इराक प्रमुख शक्तियों के लिए प्रतिस्पर्धा करने का मंच नहीं है, न ही यह संबंधित पक्षों के लिए जानकारी देने या ताकत प्रदर्शित करने का स्थान है।

उधर, ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने 3 फरवरी को कहा कि अमेरिकी हवाई हमलों ने सीरिया और इराक की संप्रभुता और राष्ट्रीय भूमि की अखंडता का गंभीर उल्लंघन किया है। ये हमले अमेरिका की एक और "साहसिक कार्रवाई और रणनीतिक गलती" हैं, जिससे क्षेत्रीय तनाव बढ़ेगा।

गौरतलब है कि 28 जनवरी को, सीरियाई सीमा के पास पूर्वोत्तर जॉर्डन में स्थित एक अमेरिकी सैन्य अड्डे पर ड्रोन से हमला किया गया, जिसमें तीन अमेरिकी सैनिक मारे गए और 40 से अधिक अन्य घायल हो गए। अमेरिका ने इराकी मिलिशिया "इस्लामिक रेजिस्टेंस ग्रुप" को जिम्मेदार ठहराया और कहा कि सशस्त्र बलों को ईरान का समर्थन प्राप्त था। जबकि ईरान ने अमेरिकी सैन्य अड्डे पर हमले में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है।

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