ईरान के साथ संबंध बहाल करना दोनों देशों के हित में-पाकिस्तान

2024-01-20 19:12:19

पाकिस्तान की कार्यवाहक सरकार के प्रधानमंत्री अनवर हक काकर ने 19 जनवरी को कहा कि पाकिस्तान और ईरान के बीच संबंधों को बहाल करने के लिए उपाय करना दोनों देशों के हित में है।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय ने उस रात एक बयान जारी कर कहा कि काकर ने उस दिन कैबिनेट बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपरोक्त बयान दिया। काकर ने कहा कि पाकिस्तान शांति पसंद करता है, कानून का सम्मान करता है और सभी देशों, खासकर पड़ोसी देशों के साथ मैत्रीपूर्ण और सहयोग संबंध स्थापित करने का इच्छुक है। पाकिस्तान और ईरान के संबंधों का एक लंबा इतिहास है और वे मैत्रीपूर्ण और सहयोगी संबंधों वाले भाईचारे वाले देश हैं। दोनों देशों के बीच संबंधों को 16 जनवरी से पहले की स्थिति में बहाल करने के लिए कदम उठाना दोनों देशों के हित में है। पाकिस्तान इस संबंध में ईरान द्वारा उठाए गए सभी सकारात्मक कदमों का स्वागत करता है और उनका जवाब देगा।

गौरतलब है कि ईरान की तस्नीम समाचार एजेंसी ने 16 जनवरी की शाम को रिपोर्ट दी कि उस दिन पाकिस्तान में आतंकवादी संगठन "जस्टिस आर्मी" के दो महत्वपूर्ण गढ़ मिसाइलों और ड्रोनों द्वारा नष्ट कर दिए गए। पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने 17 तारीख की सुबह एक बयान जारी कर कहा कि ईरान द्वारा पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र के अकारण उल्लंघन के परिणामस्वरूप दो बच्चों की मौत हो गई और तीन लड़कियां घायल हो गईं। पाकिस्तान ने इसका कड़ा विरोध किया और निंदा की। ठीक उसी दिन, पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने ईरान से अपने राजदूत को वापस बुलाने की घोषणा की।

पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने 18 तारीख को एक बयान जारी कर कहा कि पाकिस्तान ने उस दिन सुबह ईरान के सिस्तान-बलूचिस्तान प्रांत में एक "आतंकवादी" ठिकाने पर हमला किया और कई "आतंकवादियों" को मार डाला। ईरानी विदेश मंत्रालय ने उसी दिन ईरान में पाकिस्तान के प्रभारी डी'एफ़ेयर को तलब किया। साथ ही ईरान ने पाकिस्तानी हमले का विरोध किया और पाकिस्तान से स्पष्टीकरण की मांग की।

चंद्रिमा

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