वांग यी ने थाईवान की स्थिति पर चीन के गंभीर रूख पर प्रकाश डाला

2024-01-15 10:47:09

स्थानीय समय के अनुसार 14 जनवरी को मिस्र की यात्रा कर रहे चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के केंद्रीय पोलित ब्यूरो के सदस्य, विदेश मंत्री वांग यी ने काहिरा में मिस्र के विदेश मंत्री समेह हसन शौकरी के साथ वार्ता करने के बाद संयुक्त रूप से संवाददाताओं से मुलाकात की।

   रिपोर्टर ने थाईवान क्षेत्र के नेता के चुनाव के बाद थाईवान जलडमरूमध्य के दोनों तटों के बीच संबंध और थाईवान की स्थिति पर चीन के विचारों के बारे में पूछा। वांग यी ने कहा कि थाईवान के चुनाव चीन के स्थानीय मामले हैं। चुनाव परिणाम चाहे जो भी हों, यह बुनियादी तथ्य नहीं बदल सकता कि दुनिया में केवल एक ही चीन है और थाईवान चीन का हिस्सा है। इनमें से कोई भी एक-चीन सिद्धांत के पालन पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की आम सहमति को नहीं बदल सकता।

   वांग यी ने जोर देते हुए कहा कि थाईवान कभी भी एक देश नहीं रहा, न अतीत में, न भविष्य में! " थाईवान की स्वतंत्रता" कभी संभव नहीं हुई, यह अतीत में भी संभव नहीं थी, और यह भविष्य में भी कभी संभव नहीं होगी! थाईवान द्वीप पर जो कोई भी " थाईवान की स्वतंत्रता" का पीछा करना चाहता है, उसे चीन की प्रादेशिक भूमि को विभाजित करना होगा और उसे इतिहास और कानून द्वारा कड़ी सजा दी जाएगी। जो कोई भी अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में एक-चीन सिद्धांत का उल्लंघन करता है वह चीन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप कर रहा है और चीन की संप्रभुता का उल्लंघन कर रहा है। और निश्चित रूप से पूरे चीनी लोगों और यहां तक कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय द्वारा इसका विरोध किया जाएगा।

   वांग यी ने कहा कि चीन अंततः पूर्ण एकीकरण हासिल करेगा और थाईवान मातृभूमि के आलिंगन में लौट आएगा। हमारा मानना है कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय एक-चीन सिद्धांत का पालन करते हुए "थाईवान स्वतंत्रता" अलगाववादी गतिविधियों का विरोध करने और राष्ट्रीय पुनरएकीकरण के प्रयास में चीनी लोगों के उचित कारण का समर्थन करेगा।

(वनिता)

रेडियो प्रोग्राम