विकासशील देशों के साथ चीन की एकजुटता और सहयोग किसी का मुकाबला नहीं है

2024-01-11 19:31:29

ब्लूमबर्ग ने हाल ही में एक रिपोर्ट प्रकाशित की जिसके अनुसार चीन ने पिछले साल 17 देशों और क्षेत्रों के साथ संबंध मजबूत किए, जिनमें से अधिकांश विकासशील देश थे। यह रिपोर्ट "ग्लोबल साउथ" के देशों को एकजुट करने के चीन के उद्देश्य पर प्रकाश डालती है। अमेरिकी कूटनीतिक रणनीति के विपरीत, जो समृद्ध देशों के साथ गठबंधन पर बहुत अधिक निर्भर करती है, चीन दुनिया की अधिकांश आबादी का प्रतिनिधित्व करने वाले विकासशील देशों को शामिल करना चाहता है।

11 जनवरी को राजधानी पेइचिंग में एक नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने इस मामले पर चर्चा की। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि चीन और विकासशील देशों के बीच एकता और सहयोग का उद्देश्य किसी को जीतना या मुकाबला करना नहीं है, बल्कि सहयोगात्मक रूप से वैश्विक शांति स्थापित करना, वैश्विक विकास की रक्षा करना और बढ़ावा देना और अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था बनाए रखना है।

माओ निंग ने आगे कहा कि चीन विदेशी संबंध विकसित करते समय सभी देशों के साथ समान और सम्मानजनक व्यवहार करता है। चीन का दृढ़ विश्वास है कि प्रत्येक देश को अंतर्राष्ट्रीय प्रणाली में एक स्थान मिलना चाहिए और उसके अनुसार योगदान देना चाहिए। सभी देशों को मिलकर विश्व की नियति को आकार देना चाहिए और विश्व के भविष्य के लिए सामूहिक प्रयासों की आवश्यकता है।

(श्याओ थांग)

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