सहयोग के नाम पर "छोटे वृत्त" बनाने वाले संबंधित देशों का विरोध- चीन

2024-01-08 19:20:42

चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता माओ निंग ने 8 जनवरी को पेइचिंग में आयोजित नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया ने "इंडो-पैसिफिक डायलॉग" आयोजित कर संयुक्त दस्तावेज़ जारी किया, जिस पर चीन ने ध्यान दिया और दस्तावेज़ में शामिल चीन से संबंधित अनुचित सामग्री पर गंभीर चिंता जतायी।

प्रवक्ता ने कहा कि चीन संबंधित देशों द्वारा सहयोग के नाम पर विशिष्ट "छोटे वृत्त" बनाने, चीन के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने, चीन पर हमला करने और उसे बदनाम करने और टकराव को भड़काने का दृढ़ता से विरोध करता है।

रिपोर्टों के अनुसार, अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने 6 जनवरी को अमेरिका, जापान और दक्षिण कोरिया के बीच "इंडो-पैसिफिक डायलॉग" पर एक संयुक्त बयान जारी किया, जिसमें दक्षिण चीन सागर में तनाव बढ़ाने के चीन के दावों और कार्यों पर चिंता व्यक्त की गई, और कहा गया कि वह अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार त्रिपक्षीय समुद्री सुरक्षा और कानून प्रवर्तन सहयोग जारी रखेगा।

प्रवक्ता ने संबंधित सवाल का जवाब देते हुए कहा कि दक्षिण चीन सागर में वर्तमान स्थिति आम तौर पर स्थिर है। चीन लगातार अपनी क्षेत्रीय संप्रभुता और समुद्री अधिकारों की रक्षा करता है और बातचीत और परामर्श के माध्यम से संबंधित देशों के साथ मतभेदों को हल करने के लिए समर्पित है। एशिया-प्रशांत क्षेत्र को प्रमुख शक्तियों के लिए युद्ध के मैदान के बजाय शांतिपूर्ण विकास के स्थान के रूप में देखा जाता है। यह आग्रह किया जाता है कि संबंधित पक्ष शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए क्षेत्रीय देशों के प्रयासों का सम्मान करें, शीत युद्ध की मानसिकता अपनाने से बचें और संघर्ष पैदा करके या क्षेत्रीय तनाव को बढ़ाकर तनाव बढ़ाने से बचें।

(श्याओ थांग)

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