मध्य-पूर्व में चीन का कोई स्वार्थ नहीं है: चीनी विदेश मंत्रालय

2023-12-19 17:22:46

एक रिपोर्ट के मुताबिक, चीन में अमेरिकी राजदूत निकोलस बर्न्स ने 15 दिसंबर को अमेरिकी थिंक टैंक ब्रुकिंग्स इंस्टीट्यूशन में एक संगोष्ठी में भाग लिया। उन्होंने कहा कि चीन मध्य-पूर्व में अपना प्रभाव बढ़ाना चाहता है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि फिलिस्तीन-इजरायल संघर्ष को सुलझाने की जिम्मेदारी अभी भी अमेरिका की है।

इसके जवाब में, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वनपिन ने 19 दिसंबर को एक नियमित संवाददाता सम्मेलन में कहा कि मध्य-पूर्व में चीन का कोई स्वार्थ नहीं है, और वह खुद को "छोटे दायरे" में शामिल नहीं करता है। हालाँकि, चीन मध्य-पूर्व देशों के लोगों के भाग्य का निर्धारण करने में दृढ़ता से उनका समर्थन करता है।

वांग वनपिन ने यह भी उल्लेख किया कि चीन युद्धविराम को बढ़ावा देने, नागरिकों की रक्षा करने और वर्तमान फिलिस्तीन-इज़रायल संघर्ष में मानवीय संकटों को कम करने के लिए प्रतिबद्ध है। चीन ने विभिन्न चैनलों के माध्यम से गाजा के लोगों को आपातकालीन मानवीय नकद सहायता, भोजन, दवा और अन्य सामग्री सहायता के कई खेप दिए हैं।

चीनी प्रवक्ता ने उम्मीद जताई कि अमेरिका अंतरराष्ट्रीय समुदाय की मजबूत आवाज पर सावधानीपूर्वक विचार करेगा और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा प्रासंगिक प्रस्तावों को अपनाने में बाधा नहीं डालेगा। इसके बजाय, अमेरिका को युद्धविराम को बढ़ावा देने, युद्धों को समाप्त करने और बड़े पैमाने पर मानवीय आपदाओं को रोकने में अपनी उचित भूमिका निभानी चाहिए।

(श्याओ थांग)

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